किसानों के समर्थन में ABP न्यूज़ के पत्रकार ने छोड़ी नौकरी
दिल्ली | पिछले 3 महीनों से चल रहे किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए मीडिया के द्वारा कई बार कोशिशें की गई है वहीं कुछ गिने चुने न्यूज़ चैनल ही ऐसे हैं जो लोगों के बीच किसान आंदोलन की सच्चाई पहुंचा रहे हैं वही कुछ गोदी मीडिया जो कि सरकार की चाटुकारिता में व्यस्त है और किसान आंदोलन को बदनाम करने में लगे हुए है और अपने रिपोर्टरों को भेज कर ऐसे खबरें लाने को कहते हैं जिससे किसान आंदोलन को बदनाम किया जाए , आपको बता दे कि यूपी में किसानों की महापंचायत थी और उसी दौरान ABP न्यूज़ के सीनियर रिपोर्टर रक्षित सिंह उसे कवर करने पहुंचे थे लेकिन रिपोर्टर ने मंच पर चढ़कर यह ऐलान कर दिया की मैं लात मारता हूं ऐसी नौकरी पर जहां सच नहीं दिखाया जाता |
बता दे कि उन्होंने ABP न्यूज़ चैनल पर आरोप लगाया कि न्यूज़ चैनल सच्ची खबर नहीं दिखाती और उन्होंने उसी महापंचायत के मंच पर कहा कि मेरे मां-बाप ने अपने खून पसीने की कमाई से मुझे पढ़ा लिखा कर इस काबिल बनाया और मैंने इस पेशे को इसलिए चुना क्योंकि मैं सच दिखाना चाहता था लेकिन हमें न्यूज़ चैनल द्वारा सच नहीं दिखाने दिया जा रहा है आज मैं इस नौकरी को लात मारता हूं , इसी दौरान उन्होंने यह भी बताया कि आज की तारीख में उन्हें 1 साल का 12 लाख रुपए का पैकेज मिलता है जो कि वह किसानों के समर्थन में छोड़ रहे हैं उन्होंने यह भी कहा कि इसके बाद मेरा पालन-पोषण मुश्किल हो जाएगा लेकिन मैं ऐसी नौकरी को लात मारता हूं जिसमें सच नहीं दिखाया जाता |