अपने उद्धार के इंतजार में घरेलू कामगार
ठाणे | ठाणे जिले में घरेलू कामगारों की स्थिति बहुत खराब है इससे इनकार नहीं किया जा सकता है और घरेलू कामगारों के हितों की भलाई के लिए अब तक ना तो राजनीतिक और ना ही प्रशासनिक स्तर पर पहल की गई है इतना ही नहीं घरेलू कामगारों को सरकार की किसी भी कल्याणकारी योजना के माध्यम से आर्थिक लाभ उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है तथा स्थानीय स्तर पर स्वराज्य संस्थाएं भी घरेलू कामगारों के हितों की उपेक्षा ही करती आई है पहली बार ठाणे जिले के घरेलू कामगारों को न्याय दिलाने के लिए विशेष पहल बहुजन असंगठित मजदूर यूनियन करने जा रही है इन बातों की जानकारी देते हुए संघटना के संस्थापक अध्यक्ष चंद्रभान आजाद ने बताया कि इस समय ठाणे जिले के सहरी भागों में घरेलू कामगारों के पंजीकरण का अभियान चलाया जा रहा है इस अभियान को घरेलू कामगारों का व्यापक समर्थन और सहयोग मिल रहा है |
आपको बता दे कि यूनियन के बैनर तले इस समय ठाणे शहर के साथ ही उल्हासनगर व अन्य नगरों में घरेलू कामगार पंजीकरण अभियान तेज गति से चलाया जा रहा है एवं यूनियन की ठाणे जिला अध्यक्षा लक्ष्मीछाया पाटिल के नेतृत्व में इस समय ठाणे शहर में घरेलू कामगार सर्वेक्षण व पंजीकरण अभियान चल रहा है ठाणे शहर के वागले एस्टेट , अंबिका नगर , कलवा और मुंब्रा में घरेलू कामगारों के साथ निरंतर संपर्क साध कर उनका पंजीकरण किया जा रहा है तथा लक्ष्मीछाया पाटिल का कहना है कि महिला और पुरुष घरेलू कामगार अपने पंजीकरण को लेकर काफी उत्सुक हैं जहां भी कामगारों की बैठक का आयोजन किया जाता है वहां महिला और पुरुष कामगार अधिक से अधिक संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज आ रहे हैं एवं पाटिल ने बताया कि ठाणे शहर के झोपड़पट्टी भागों में रहने वाले घरेलू कामगारों को विशेष आर्थिक लाभ सरकारी योजनाओं के तहत मिले प्रयास किए जा रहे हैं और यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रभान आजाद का इस संदर्भ में कहना है कि घरेलू कामगारों को भी वह सुविधा मिलनी चाहिए जो संवैधानिक तौर पर उन्हें प्रदान किया गया है लेकिन वैसा नहीं हो पा रहा है राजनीतिक और प्रशासनिक उपेक्षा के कारण घरेलू कामगारों को किसी भी तरह का लाभ नहीं मिल रहा है यह चिंता का विषय है इसी को ध्यान में रखते हुए ठाणे जिले के शहरी भागों में घरेलू कामगारों के पंजीकरण का अभियान संगठन के बैनर तले शुरू किया गया है जिसे अच्छा खासा प्रतिसाद मिल रहा है |
उन्होंने यह भी बताया कि इसी क्रम में ठाणे से सटे उल्हासनगर शहर में भी घरेलू कामगारों की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन उनके लिए पंजीकरण शिविर का आयोजन किया गया , जिसमें भारी संख्या में घरेलू कामगार महिलाएं और पुरुष शामिल हुए तथा उल्हासनगर के अंबेडकरनगर में घरेलू कामगार पंजीकरण शिविर का आयोजन हरीश ब्राह्मणे ने किया जबकि इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रभान आजाद और ठाणे जिला अध्यक्ष लक्ष्मी छाया पाटिल के मार्गदर्शन में किया गया तथा इस दौरान वे दोनों भी उपस्थित थे , उन्होंने घरेलू कामगारों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि जब तक सार्वजनिक तौर पर जन संघर्ष नहीं किया जाएगा तब तक घरेलू कामगारों को न्याय नहीं मिलने वाला है इसी को ध्यान में रखकर उक्त पहल की जा रही है एवं उन्होंने शिविर का मार्गदर्शन करते हुए कहां की किसी भी स्थानीय स्वराज संस्थाओं को भी घरेलू कामगारों के हितों के लिए पहल करनी होगी , बता दे कि इस शिविर को सफल बनाने मे ऍड. राजेश कोळी सर , पुनम पवन केदार , लता नानभाऊ केदार , शांताबाई ब्राम्हणे , नगरसेविका ललिता दाभाडे , भिका खैरनार , आप्पा सोनवणे , मयुर निकम , समाधान खरे , पवन जाधव और ऋषी दाभाडे का सराहनीय योगदान रहा |