इंडो नेपाल सीमा पर नहीं बंद हो रही तस्करी जिम्मेदार और प्रशासन मौन ?

महाराजगंज | कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए भारत नेपाल के अन्तर्राष्ट्रीय सीमाएं विगत 23 मार्च से ही सील हैं जिससे जन सामान्य लोगों का आवागमन बाधित है इसके बाबजूद भारत नेपाल सीमा ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र के राजाबारी टडहव पड़ियाताल मरचहवा रोड लक्ष्मीपुर खुर्द व चटिया गांव वहीं ग्राम रेंगहीयां शितलापुर से बेखौफ़ तस्करी जारी है जिससे सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियां के कार्यप्रणाली पर भी बड़ा सवाल खड़ा हो रहा हैं
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारत व नेपाल की दोनों देशों की सीमा सील होने के बाद भी ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र में तस्करी थमने का नाम नही ले रही है , तस्करों की फ़ौज तस्करी का साजो सामान नेपाल से भारत व भारत से नेपाल लाने व ले जाने में देखें जा रहे हैं ।सीमा पर तस्कर सुरक्षा एजेंसियों के अनदेखी का फायदा उठाकर नेपाल से सफेद कनाडियन मटर, वियतनामी काली मिर्च छुहारा कास्मेटिक शराब व भारत से हार्डवेयर कपड़ा किराना सामग्री यूरिया खाद मोबाइल व कबाड़ के आड़ में बेहद संवेदनशील सामान आदि की तस्करी में लगे हुए है , रात में करीब 10 बजे तस्करी का काला कारनामा जो देखने को मिला उसपर सुरक्षा में लगी एजेंसियों पर सवाल उठाया जा रहा है , जानकारी यह भी मिला है कि कभी कभार पकड़ें गये माल सिजर को तस्कर छुड़ा कर कस्टम शुल्क जमा कर कस्टम द्वारा मिले कागजात पर दर्जनों बार वाहन पर खुलेआम तस्करी का सामान लोड कर के ले जाने लगते है ।

विश्वस्त सूत्रों ने यह भी बताया कि एक ही कागजात पर दर्जनों वाहन पर खुले आम माल तस्करी करते रहते हैं , कभी कभार पकड़ें जाने पर तस्करों को सह देते कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के वज़ह से कस्टम विभाग द्वारा एक बार मिले सीजर कागजात पर दर्जनों बार तस्करी के काले कारोबार को अंजाम दिन दहाड़े दिया जा रहा है तभी तो ठूठीबारी निचलौल मार्ग पर और रेगलिया से निचलौल मार्ग पर मोटरसाइकिल एवं पिकअप से फर्राटे भरके कनाडियन मटर की तस्करी दिन रात तेजीसे हो रही है ।

रतनपुर से विनय त्रिपाठी की रिपोर्ट