उपजिलाधिकारी ने बुलायी थी कथित अभिभावक संघ और प्रबंधको की बैठक, फीस माफी को लेकर निकला निष्कर्ष

नौतनवां |      कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत मार्च के प्रथम पखवारे से ही विद्यालयों को बंद करने के निर्देश सरकार ने जारी कर दिए थे , कोरोना मामलों में इजाफा देखते हुए न्यायपालिका ने विद्यालयों को निर्देशित किया था कि स्कूलों को बंद रखने के साथ ही और पाल्यो के भविष्य को देखते हुए ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करें उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जनपद के नौतनवा नगर पालिका में फीस माफी को लेकर कथित अभिभावक संघ ने अपना आवाज बुलंद करना शुरू कर दिया , नो क्लास नो फीस के तर्ज पर कुछ लोगों का एक समूह इकट्ठा हुआ आपको बता दे कि फीस माफी को लेकर पहले ही सरकार ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया था गौरतलब है कि कथित अभिभावक संघ नौतनवा ने बीते 9 अक्टूबर को उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार को फीस माफी को लेकर ज्ञापन सौंपा था इसको संज्ञान में लेते हुए एस.डी.एम. ने नौतनवा के कुछ प्रबंधकों व कथित अभिभावक संघ की बैठक की , कोरोना महामारी के मद्देनजर सरकार ने लॉकडाउन घोषित किया था जिसके कारण लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं ऐसे में बिना क्लास के अभिभावक फीस देने में पूर्णता असमर्थ हैं अभिभावक संघ नौतनवा फीस माफी को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटा चुका है वहीं उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि प्रबंधकों और फीस माफी की ज्ञापन लेकर आए अभिभावक संघ को एक मंच देने के उद्देश्य से बैठक बुलाई गई थी जिसमें से वसीम खान , बंटी पांडे ,, विंध्याचल अग्रहरी , राजा ठाकुर , सुनील त्रिपाठी , ईश्वर जयसवाल , संतोष जयसवाल व अन्य लोग मौजूद रहे ताकि प्रत्यक्ष रूप से दोनों पक्ष बैठकर कोई निष्कर्ष निकाल लें हालांकि बैठक में दोनों पक्षो ने अपने – अपने बातें रखे हैं     |

रतनपुर से पंकज मणि त्रिपाठी की रिपोर्ट