ऑक्सीजन की कमी से ठाणे के दो कोविड केयर सेंटर बंद

ठाणे | ठाणे शहर में रोजाना ढ़ाई हजार के करीब कोरोना रोगी पाए जा रहे हैं इससे ही स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है सबसे अधिक चिंता की बात है कि ९० प्रतिशत रोगियों को ऑक्सीजन की आवश्यकता हो रही है ऐसी स्थिति में ऑक्सीजन की कमी स्वाभाविक है जबकि ऑक्सीजन की कमी के कारण ठाणे मनपा प्रशासन द्वारा संचालित दो कोविड केयर सेंटर को बंद कर दिया गया है इन बातों का जिक्र करते हुए युवा सामाजिक कार्यकर्ता विष्णु तिवारी ने कहा है कि ठाणे शहर को वर्तमान समय में कम से कम तीन अन्य कोविड केयर सेंटर की जरुरत है ठाणे के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे तथा ठाणे मनपा आयुक्त डॉ. विपीन शर्मा से उन्होंने आग्रह किया है कि कोरोना का कहर शहर में थमने का नाम नहीं ले रहा है ऐसी स्थिति में यहां अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता महसूस की जा रही है इन बातों का जिक्र करते हुए विष्णु तिवारी ने मनपा प्रशासन को आगाह किया है कि ऑक्सीजन को लेकर विशेष सतर्कता बरती जाए अन्यथा जनविरोध का भी सामना करना पड़ सकता है |

इस समय ठाणे शहर को रोजाना कम से कम ६१ टन ऑक्सीजन की आश्यकता है इसकी आपूर्ति किस तरह से नियमित हो इसके लिए हर स्तर पर पहल होनी चाहिए लेकिन यदि ऐसा नहीं किया गया तो अन्य कोविड केयर सेंटर को बंद करने की नौबत आ सकती है तिवारी ने इस बात का विशेष जिक्र किया है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण ठाणे मनपा प्रशासन संचालित दो कोविड केयर सेंटर (पार्किंग प्लाजा और ह्माडा) को बंद करना पड़ा है रोगियों की संख्या ठाणे शहर में जिस गति से बढ़ रही है ऐसी स्थिति में आनेवाले समय में शहर को तीन अन्य कोविड केयर सेंटर की आवश्यकता हो सकती है इससे इंकार नहीं किया जा सकता है इसको लेकर राजनीतिक व प्रशासनिक स्तर पर गहराई से विचार किया जाए , इसके साथ ही विष्णु तिवारी ने इस बात को लेकर भी मनपा प्रशासन को आगाह किया है कि ऑक्सीजन आपूर्ति नियमित बनाए रखने के लिए आईनॉक्स कंपनी से विशेष करार करे क्योंकि आनेवाले समय में ऑक्सीजन की मांग अस्पतालों में बढ़ सकती है इसकी पूरी संभावना है इसे देखते हुए ठाणे मनपा प्रशासन को चाहिए कि आक्सीजन आपूर्ति के लिए संबंधित आइनोक्स कंपनी को पैसे का अग्रिम भुगतान कर दे ताकि अन्य अस्पतालों में ऑक्सीजन कमी की नौबत नहीं आए , तिवारी ने नागरिकों से भी आग्रह किया है कि किसी भी स्थिति में वे स्थानीय प्रशासन को सहयोग दें , इसके साथ ही तिवारी ने अन्य समस्याओं की ओर भी मनपा प्रशासन का ध्यान खींचा है उनका कहना है कि एक तो ठाणे शहर में पर्याप्त ऑक्सीजन , रेमडेसिविर दवा और बेड की समस्या पहले से ही है लेकिन इस बीच इस बात का भी खुलासा हुआ है कि कोरोना से पीडि़त रोगियों की मौत के बाद उसे हटानेवाले स्वास्थ्य कर्मचारियों को पीपीई किट भी उपलब्ध नहीं है इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए |

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