कटिंग नहीं तो सेटिंग ही सही किसके इशारे पर खुल गया कस्टम बैरियर 

सोनौली , महाराजगंज / पंकज मणि त्रिपाठी |        एस.डी.एम. नौतनवाँ की सख्ती के बाद इंडोनेपाल बार्डर पर बंद पड़े माल वाहक ट्रकों के खेल से हैरान स्थानीय प्रशासन के होश पाख्ता हो चुके थे कि ऐसे में पुलिस व कस्टम के गठजोड़ ने अपनी मिलीभगत से एक नये खेल को इजाद कर दिया , खेल भी ऐसा जिसमें गृहमंत्रालय की दिशा निर्देशों की भी धज्जियां उड़ा दी गईं , प्राप्त समाचार के अनुसार रात के तकरीबन ग्यारह बजे भारतीय सुरक्षा ऐजेंसी कस्टम का बैरियर अली बाबा के किन चालीस चोरों के सिंडीकेट ने खुलवा दिया यह गुत्थी स्थानीय नगरवासियों में चर्चे का विषय बनी हुई है इस क्रम में आपको यह बता दें कि कस्टम बैरियर के समक्ष सीविल पुलिस की मुस्तैदी व कस्टम पुलिस का नदारद हो जाना जहाँ दाल को काला कर देती है तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय कस्टम के कार्यालय के समक्ष नेपाली कस्टम कर्मी की मौजूदगी पूरी दाल ही काली बता देने को काफी है यहाँ यह सनद रहे कि रात दस बजे के बाद गृहमंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार इंडोनेपाल बार्डर के कस्टम बैरियर से आयात-निर्यात को प्रभाव से रोक देना होता है जबकि यहाँ निर्यात हेतू मालवाहक ट्रकों को जाते विलंब रात्रि तक देखा गया , मौके पर मौजूद पुलिस क्षेत्राधिकारी , नौतनवाँ से जब हमारे संवादाता ने उक्त मालवाहक ट्रकों के संबंध में जानना चाहा तो उन्होनें भारत सरकार के नये गाइड लाइन का हवाला देते हुए गाड़ियों को भेजतें रहें जबकि लिखित रूप से किसी भी तरह की आधिकारिक सूचना के लिए कस्टम सोनौली से संपर्क करने को कहा जबकि कस्टम सोनौली के कर्मीयों ने बताया कि ऐसा अब-तक हमें कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है जबकि नेपाली प्रशासन के किसी अधिकारी का हमारे विभागीय कार्यालय के समक्ष भारतीय पुलिसबल की मिलीभगत से धमक जाना काफी चिंतनीय है जिसकी शिकायत हम अपने उच्चाधिकारियों तक करेंगे          |