ठाणे के कांग्रेसियों को पार्टी के जनसंघर्ष यात्रा का इंतजार

स्थानीय नेतृत्व जनसंघर्ष यात्रा का स्वागत को तैयार नहीं 
ठाणे । ठाणे में संक्रमण के दौर से गुजर रही कांग्रेस लगता है कि आनेवाले समय में भी वह शहर में मजबूत नहीं हो पाएगी , इसी का नमूना है कि ठाणे शहर में २५ जनवरी को प्रवेश करनेवाली जनसंघर्ष यात्रा का स्वागत करने स्थानीय नेतृत्व तैयार नहीं हैं ।
जबकि ठाणे के २५ हजार से अधिक कांग्रेसी कार्यकर्ता और पदाधिकारी  जनसंघर्ष यात्रा का स्वागत करने को उतावले हैं , शहर के पार्टी कार्यकर्ताओं को लगता है कि जनसंघर्ष यात्रा के ठाणे आगमन से पार्टी में नई ऊर्जा का संचार होगा , वरिष्ठ कांग्रेसी भी इस बात को लेकर नाराज चल रहे हैं कि आखिर जनसंघर्ष यात्रा को ठाणे प्रवेश से क्यों वंचित किया जा रहा है ।
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में कांग्रेस की जारी जनसंघर्ष यात्रा का कोकण के कोने-कोने में भ्रमण जारी है, राज्य सरकार की विफलता आम नागरिकों के सामने इस जनसंघर्ष यात्रा के माध्यम से लाया जा रहा है ।
वैसे अधिकृत तौर पर पार्टी की जनसंघर्ष यात्रा का प्रवेश आगामी २५ जनवरी को ठाणे शहर में होनेवाला था , इसको लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी सी, एम. संदीप ने ठाणे कांग्रेस के पदाधिकारियों की विशेष बैठक मुंबई के तिलक भवन में बुलाई थी ।
इसी बैठक के दौरान जनसंघर्ष यात्रा के ठाणे प्रवेश पर स्थानीय नेतृत्व ने पार्टी प्रभारी संदीप से कहा कि यात्रा को ठाणे में प्रवेश न देकर उसे नई मुंबई से सीधे भिवंडी की ओर रवाना किया जाए ।
किन कारणों से ठाणे कांग्रेस का स्थानीय नेतृत्व जनसंघर्ष यात्रा का स्वागत करने से कतरा रहा है, इसको लेकर पार्टी के अंदर ही असंतोष पनपने लगा है , ठाणे के आम कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का कहना है कि कई सालों के बाद शहर में जनसंघर्ष यात्रा के आगमन से पार्टी समर्थकों में नई ऊर्जा का संचार होगा,लेकिन उसे बाधित किया जा रहा है ।
मुंबई के तिलक भवन में महाराष्ट्र के प्रभारी सी. एम. संदीप की अगुवाई में जनसंघर्ष यात्रा को लेकर विशेष बैठक हुई , इस बैठक का शुभारंभ १९ जनवरी को १२.३० बजे आरंभ हुआ, बैठक में ठाणे शहर से गिने-चुने कांग्रेसी पदाधिकारी ही शामिल हो पाए थे ।
जिस कारण कई सक्रिय पार्टी पदाधिकारी उक्त बैठक में शामिल होने से वंचित हो गए थे , एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा कि ठाणे शहर अध्यक्ष मनोज शिंदे का विशेष दबाव था कि जनसंघर्ष यात्रा का प्रवेश ठाणे शहर में नहीं हो ।
जबकि महाराष्ट्र प्रदेश नेतृत्व द्वारा पहले ही तय किया गया था कि २५ जनवरी को पार्टी के जनसंघर्ष यात्रा का आगमन ठाणे शहर में होगा, ठाणे से पहले जनसंघर्ष यात्रा नई मुंबई पहुंचेगी ।
ठाणे के बाद जनसंघर्ष यात्रा की रवानगी भिवंडी की ओर होती, लेकिन ठाणे कांग्रेस नेतृत्व ने जनसंघर्ष यात्रा के ठाणे शहर प्रवेश पर रोक लगाने की मांग करते हुए तर्क दिया है कि जनसंघर्ष यात्रा नई मुंबई से सीधे भिवंडी की ओर रवाना किया जाए ।
इसके उलट ठाणे शहर के आम कार्यकर्ताओं में जनसंघर्ष यात्रा को लेकर खासा उत्साह है, इसमें शामिल होनने के लिए २५ हजार से अधिक कांग्रेसी तैयार हैं, लेकिन स्थानीय नेतृत्व की भूमिका से वे दुखी हैं।
पार्टी कार्यकर्ताओं का मानना है कि जनसंघर्ष यात्रा से ठाणे शहर में पार्टी को नई मजबूती मिलेगी, कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मानना है कि स्थानीय नेतृत्व होनेवाले खर्चों से दूर भागने की कोशिश में जुटा है, लेकिन इसका पार्टी के अस्तित्व पर बुरा असर पड़ेगा ,ऐसी चर्चा राजनीतिक गलियारों में हो रही है ।