ठाणे में भगवान नेमिनाथ का जन्म कल्याण महोत्सव

ठाणे ।  ठाणे शहर स्थित जैन मंदिर में भगवान नेमिनाथ महोत्सव का आयोजन संघ की ओर से बड़े ही हर्सोल्लास के साथ मनाया गया , भगवान नेमिनाथ के माता पिता व राजुल के माता पिता और द्वारपाल , राज्य ज्योतिष व राजुल की सखी सहेलिया भगवान श्रीकृष्ण , वासुदेव के रूप में नाट्य कार्यक्रम मणिभद्र सभागृह में बड़े धूमधाम से मनाया गया ।
भगवान नेमिनाथ की बारात गाजे बाजे के साथ आई , इसमें भायंदर से आये हुए संगीतकार अनील ने सभागृह में समाबांध दिया , पाठशाला व संघ के बालक बालिकाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम करके अपनी अच्छी भूमिका निभाई , इस भव्य आयोजन में श्रावक और श्राविकाओं ने समय को नही देख बैठे रहे ।
इस कार्यक्रम को भावनात्मक बनाने के लिए साध्वी  , साध्वी अंजू ने अपना मार्गदर्शन किया , पूज्य गुरुदेव श्रीमद विजय चिदानन्द सूरीश्वर इस आयोजन के प्रेरणा दाता थे , गुरुदेव ने बताया कि भगवान नेमिनाथ  भगवान श्रीकृष्ण के बहुत समझाने के बाद शादी के लिए तैयार हुए , इसके बाद नेमिनाथ जब बारात लेकर राजुल के महल के ओर जा रहे थे तब उन्होंने ने पशु पक्षियों के चिल्लाने और भगदड़ की आवाज सुनाई दी ।
उन्होंने पूछा इन पशुओं का बध करके यदि बारातियों का स्वागत किया जायेगा तो मैं आज संकल्प लेता हूं कि शादी नही करूंगा और तुरंत बारात वापस लेकर लौट आए इसके बाद भगवान नेमिनाथ ने दीक्षा का संकल्प लेकर दीक्षा ले लिया इसका पता चलने पर राजुल कुमारी गई तो उनको भी दीक्षा लेने के लिए प्रेरित किया और दीक्षा ग्रहण करवाया ।
यह आयोजन तीन दिन तक चलेगा , इसकी जानकारी ट्रस्ट के वसंत जैन ने दी , इसमें लगभग चार सौ भक्त उपवास रखे हुए है और इसका मुख्य उद्देश्य जीवदया , इस कार्यक्रम में ट्रस्ट मंडल के प्रकाश छगन राज पुनमिया ने ज्योतिष की अहम भूमिका निभाई  ।