न्यूयॉर्क मेट्रो पर पड़ा कोरोना का असर
न्यूयॉर्क | अमेरिकी के न्यूयॉर्क शहर की सवा सौ साल पुरानी मेट्रो वहां की लाइफस्टाइल का हिस्सा है न्यूयॉर्क सिटी सबवे दुनिया की उन गिनी – चुनी मेट्रो सेवाओं में है जो 24X7 चलती हैं कोरोना महामारी ने इसे भी बुरी तरह प्रभावित कर दिया है सवारियों की संख्या कम होने से सबवे बंद होने की कगार पर है तथा सवा सौ साल में ना रुकने वाली मेट्रो को महामारी के चलते 6 मई , 2020 से रात में अस्थायी तौर पर बंद किया गया था , इस दौरान ट्रेनों और स्टेशनों को डिस्इंफेक्ट किया गया , महामारी से पहले औसतन 55 लाख लोग रोज इससे सफर करते थे , बीते एक साल में आंकड़ा 3.85 लाख रखा गया है बता दे कि न्यूयॉर्क सिटी ट्रांजिट के वरिष्ठ अधिकारी सारा फीनबर्ग ने कहा है कि महामारी ने मेट्रो के वजूद पर संकट पैदा कर दिया है मेट्रो प्रबंधन ने यात्रियों की संख्या में गिरावट का अध्ययन करने की जिम्मेदारी मैकिंसे एंड कंपनी को दी थी , इसने बताया कि 80% से अधिक यात्री 2024 – 2025 से पहले मेट्रो में वापस नहीं आने वाले |
आपको यह भी बता दे कि ज्यादातर लोगों ने सुरक्षित वैकल्पिक साधन अपना लिए हैं और पब्लिक हेल्थ कैंपेनर निक कहते हैं कि मेट्रो लोगों को यह भरोसा कैसे दिलाएगा कि वह सुरक्षित है मेट्रो के ज्यादातर कर्मचारी भी मानते हैं कि देर – सबेर इसे बंद कर दिया जाएगा , कोविड पीक के दौरान सबवे संक्रमण का हॉट स्पॉट बन गया था , इसके हजारों कर्मचारी संक्रमित हुए और 140 की जान भी चली गई एवं सबवे ड्राइवर जॉन रस्किन का कहना है कि जब कोरोना पीक पर था , ट्रेन में एक भी सवारी नहीं होती थी , हमें खाली ट्रेन चलानी पड़ती थी , संक्रमण से पहले 80 लाख की आबादी में ज्यादातर सबवे पर निर्भर थे , बीते साल सबवे अधिकारियों ने सरकार को कहा था कि अगर समय पर मदद न मिली तो संचालन बंद करना पड़ेगा तथा सरकार ने 14 अरब डॉलर की मदद दी , जिससे यह कुछ महीनों तक चल सकेगी हालांकि अधिकारी कहते हैं कि इस मदद से कुछ नहीं होने वाला |