ई – फसल इंस्पेक्शन ऐप के जरिए बुवाई का पंजीकरण अनिवार्य

ठाणे । प्रत्येक खाताधारक को अपनी फसल की बुआई का ई-पीक इंस्पेक्शन एप के माध्यम से पंजीकरण कराना आवश्यक है ई – फसल निरीक्षण रिकॉर्ड फसल बीमा दावों के निपटान फसल ऋण के वितरण, प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल के नुकसान के मामले में सटीक मुआवजे आदि के लिए आवश्यक हैं , रबी सीजन 2022 के लिए ई-पीक निरीक्षण प्रक्रिया 15 अक्टूबर 2022 से शुरू हो गई है इसके लिए अपडेटेड ई-पीक इंस्पेक्शन मोबाइल एप रिवाइज्ड वर्जन – 2 गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध करा दिया गया है कोंकण संभागीय कृषि संयुक्त निदेशक अंकुश माने ने अपील की है कि सभी किसान अपने मोबाइल फोन में एप डाउनलोड करें और निर्धारित समय में रबी सीजन का निरीक्षण पूरा करें.पिछले साल के ऐप में सुधार किया गया है और इस साल एक नया सुविधा संपन्न ऐप लॉन्च किया गया है , नई सुविधाओं में निम्नलिखित सुविधाएं शामिल हैं ।

  ई-पीक इंस्पेक्शन मोबाइल एप के माध्यम से किसानों द्वारा दर्ज फसल निरीक्षण को 48 घंटे के भीतर कभी भी स्वयं सुधारा जा सकता है यदि ई-फसल निरीक्षण हेतु न्यूनतम मूल योजना के तहत फसलों का पंजीयन किया जाता है तो ऐसे कृषकों की सूचना वेब नोटिफिकेशन के माध्यम से आपूर्ति विभाग को उपलब्ध करायी जायेगी ,उसके आधार पर न्यूनतम आधार मूल्य योजना के तहत ऐसे किसानों का पंजीकरण स्वत: हो जाएगा इसलिए किसानों को पंजीयन कराने के लिए खरीद केंद्र पर जाकर कतार में खड़े होने की आवश्यकता नहीं होगी ,पूर्व के मोबाइल एप में मुख्य फसल एवं द्वितीयक फसल पंजीकरण सुविधा के स्थान पर तीन द्वितीयक फसल पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है इसके साथ ही द्वितीयक फसलों की खेती की तिथि मौसम और क्षेत्र रिकॉर्ड करने की सुविधा भी प्रदान की गई है तो द्वितीयक फसलों की यह सटीक जानकारी मदद करने वाली है, श्रीमान ने कहा माने ने कहा राज्य में प्रत्येक समूह के मध्यबिंदु के अक्षांश और देशांतर शामिल हैं जब किसान फसल निरीक्षण के दौरान फसल की तस्वीर लेगा तो तस्वीर लेने के बिंदु से समूह के केंद्र बिंदु तक की दूरी कमांड में दिखाई देगी यदि किसान फसल निरीक्षण के लिए चयनित समूह से दूर है तो मोबाइल एप में एक संदेश प्रदर्शित होगा उन्होंने यह भी कहा कि इस सुविधा से यह पता लगाना संभव होगा कि फसल की सही तस्वीर ली गई है या नहीं ।

श्री माने ने कहा कि किसानों द्वारा ई-फसल निरीक्षण के माध्यम से पंजीकृत फसलों के संबंध में अजनावली में स्व-घोषणा ली जाएगी और किसानों द्वारा किए गए फसल निरीक्षण को स्व-प्रमाणन माना जाएगा यह फसल पहानी गांव के नमूना संख्या 12 में परिलक्षित होगी तलथों के माध्यम से किसानों द्वारा किये गये फसल निरीक्षण का 10 प्रतिशत सत्यापन किया जायेगा तलाथी सत्यापन के बाद यदि आवश्यक हो तो सुधार के साथ प्रविष्टियों का सत्यापन करेगा और फिर उसे गांव नमूना संख्या 12 में प्रदर्शित करेगा ई – पीक पहाड़ी मोबाइल ऐप का उपयोग करते समय ऐप उपयोगकर्ता द्वारा सामना की जाने वाली समस्याओं को हल करने के लिए ऐप में एक “सहायता” बटन प्रदान किया गया है इस बटन को क्लिक करने पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर दिए जाते हैं उन्होंने कहा कि इसका उपयोग कर किसान एम्प का उपयोग करने में आने वाली समस्याओं का समाधान कर सकते हैं ।