पानी टंकी निर्माण में मानकों की हो रही अनदेखी

मजदूरों के साथ कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

निर्माण फर्म द्वारा सेफ्टी मानकों को किया जा रहा दर किनार

शाहजहांपुर  ।  नगर निगम के मोहल्ला रेती में पानी टँकी का निर्माण किया जा रहा है , जो बिना मानकों के निर्माण कार्य किया जा रहा है , जनपद में इसी तरह निर्माण कार्यो की अनदेखी के चलते एक निर्माणधीन भवन गिर जाने से हादसे में लगभग 7 मजदूरों की जान चली गई थी ,  इसी क्रम में महानगर में जल निगम की ओर से टंकी निर्माण कार्य करवाया जा रहा है , जिसके अंतर्गत महानगर में कई टंकियों का निर्माण कार्य चल रहा है , मोहल्ला रेती नई बस्ती में भी एक टंकी का निर्माण कार्य चल रहा है जिसमें मानकों की अनदेखी कर शासन से स्वीकृत बजट में पड़ा खेल किया जा रहा है  ।

गाजियाबाद की एक फर्म को टेंडर मिलने के बाद उसके द्वारा महानगर में टंकियों का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है जिसके साइड इंचार्ज बृजेश सिंह लगातार टंकी निर्माण कार्य में लगे मजदूरों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं मानकों की अगर बात की जाए तो किसी भी निर्माण कार्य में जो ऊंचाई पर हो रहा है उसमें कार्य कर रहे मजदूरों को सेफ्टी बेल्ट हेलमेट सेफ्टी गार्ड आदि वस्तुएं पहन कर कार्य करने का मानक तय है , विगत दिनों पूर्व जनपद में एक स्कूल के निर्माण कार्य में इसी तरीके की अनदेखी हो का नतीजा यह निकला कि निर्माण कार्य कर रहे लगभग 7 मजदूरों को अपनी जान गवानी पड़ी और उनके परिवार आज दर-दर भटकने को मजबूर हैं  ।

बिल्कुल वही स्थिति टंकी निर्माण कार्य में भी असावधानी बरतकर दिहाड़ी मजदूरों के साथ उनकी जिंदगी दांव पर लगाकर ठेकेदार द्वारा घोर अनियमितताएं बरती जा रही हैं इन टंकियों के निर्माण कार्यों की जांच अगर की जाए तो निर्माण कार्य में प्रयुक्त की जा रही सामग्री का अनुपात तथा शासन द्वारा जारी किए गए बजट में किए जा रहे गोलमाल का सच निकल कर सामने आ जाएगा , टंकी निर्माण कार्य के ठेकेदार का कार्य देख रहे साइड इंचार्ज बृजेश सिंह से जब इस संबंध में बात की तो उनका कहना है कि हमारे यहां इसी तरह कार्य होता है और इनकी चिंता करने की आपको कोई जरूरत नहीं इनकी जिम्मेदारी हमारी है अब विचारणीय प्रश्न यह है कि जब किसी मजदूर की कोई मौत हो जाती है तो संबंधित फर्म अथवा ठेकेदार अपने हाथ खड़े कर लेते हैं और उस मजदूर का परिवार दर-दर भटकने को मजबूर हो जाता है ।

साइड इंचार्ज बृजेश सिंह का तो यहां तक कहना है कि आप हमारे ठेकेदार को नहीं जानते हैं वह उत्तर प्रदेश के नामी-गिरामी ठेकेदार हैं और उनके संबंध कहां कहां हैं यह आपको अभी जानकारी नहीं है फिलहाल हमारा कोई कुछ नहीं कर सकता और हम अपने हिसाब से ही काम करेंगे  ।