प्याज की बढ़ती कीमतों के बीच केंद्र सरकार ने निर्यात पर लगाया तत्काल प्रभाव से बैन 

महाराजगंज |     सरकार ने प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है इसकी वजह घरेलू बाजार में प्याज की उपलब्धता बढ़ाना और कीमतों पर नियंत्रण रखना है विदेश व्यापार महानिदेशालय (डी.जी.एफ.टी.) ने इस संबंध में सोमवार को अधिसूचना जारी की अधिसूचना के मुताबिक प्याज की सभी किस्मों के निर्यात को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया जाता है डी.जी.एफ.टी. , वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत कार्य करता है यह आयात और निर्यात से जुड़े मु्द्दों को देखने वाली इकाई है संक्रमणकालीन व्यवस्था के तहत आने वाले प्रबंधों के प्रावधान इस अधिसूचना के दायरे में नहीं आएंगे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्याज के दाम 40 रुपये प्रति किलोग्राम के दायरे में हैं अगस्त में प्याज के लिए थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति में 34.48 प्रतिशत की गिरावट रही महाराष्ट्र , कर्नाटक , मध्य प्रदेश , बिहार और गुजरात मुख्य प्याज उत्पादक देश हैं देश के कुल प्याज पैदावार का 40 प्रतिशत खरीफ फसल के दौरान उत्पादित होता है बाकी उत्पादन रबी के मौसम में होता है हालांकि खरीफ फसल के उत्पाद का संग्रह नहीं किया जाता है कर्नाटक , महाराष्ट्र में बारिश ने बढ़ाई कीमतें प्याज का कारोबार करने वाले कारोबारियों के अनुसार देश में सबसे पहले प्याज की नई फसल कर्नाटक में तैयार होती है लेकिन वहां कई हिस्सों में भारी बारिश से काफी फसल बर्बाद हो गई है इससे प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है बारिश के कारण महाराष्ट्र के नासिक और मध्य प्रदेश के शाजापुर जिलों में प्याज की आवक कम हुई है प्याज का भंडारण तो किया गया है लेकिन बारिश में खराब होने के डर से पिछले हफ्ते मंडी में ज्यादा मात्रा में प्याज की खेप नहीं पहुंची    |

महाराजगंज से विनय त्रिपाठी की रिपोर्ट