मानवता को तार तार करता इंसान :- युवा नेता बंटी पांडे

महाराजगंज |      जहाँ कहा जाता था कि सभी योनियों में सर्वश्रेष्ठ मानव योनि है यह द्रवापर त्रेता सतयुग की बातें थी जहाँ मानव परोपकारी हुआ करता था आज इंसान ही इंसान का दुश्मन बन बैठा है आज इस घोर कलयुग में इंसान दैनिक आवश्यकता की पूर्ति के लिए भाई , दोस्त , रिश्तेदार इन सभी चीजों को भूलकर अपने निजी स्वार्थ के लिए झूठी माया में जी रहा अपने सभी संस्कृतियों को भूलकर इस नश्वर शरीर पर गुमान करता है इस दुनिया में कोई क्या लेकर आया था और क्या लेकर जाएगा यह शरीर भी नहीं रहेगा गुमान किस बात का आज भी चेतने का समय है ईश्वर व परमपिता ने हमें सर्वश्रेष्ठ योनि में जन्म दिया है इस अलौकिक उपहार को हमें कर्म सदाचार परोपकार व त्याग को समर्पण कर मानव जीवन को अपने कर्तव्यो से ऐसा सींचना चाहिए जैसे कि किसान अपने खेतों में फसल की बुवाई करके काटता , हम अपना कर्म करते जाए बाकी फल ईश्वर पर छोड़ दे , हे मानव ! आप अपने इस जीवन को सार्थक करने के लिए अपने माँ – बाप की सेवा व अपने असहाय व वृद्धि जनों व समाज के हर असहाय की मदद करके अपने जीवन को सार्थक बनाया जा सकता है , हे मानव ! आप इस भौतिक युग में भोग विलासिता के चक्कर में इस सुन्दर रचना के शरीर को व्यर्थ के कामों में लगाकर अपना जीवन निरर्थक बना रहा है हम इस लेख से यही बताना चाहते हैं कि इस ईश्वर के दिए हुए शरीर पर जग में ऐसा काम कर जाए जिससे हमारे माँ – बाप और उस ईश्वर को गर्व हो सके कि हमें उसने पैदा किया   |

महाराजगंज से विनय त्रिपाठी की रिपोर्ट