रविंद्र आंग्रे ने ठाणे महापालिका प्रशासन पर लगाया सनसनीखेज आरोप

महासभा नहीं दाऊद का दरबार चलता है

ठाणे । ठाणे महानगरपालिका में महासभा नहीं बल्कि दाऊद का दरबार चलता है , जिसके चलते प्रशासन अधिकारियों द्वारा नगरसेवकों को दबाया जाता है ,
यह सनसनीखेज आरोप पूर्व पुलिस अधिकारी एवं ठाणे शहर कांग्रेस जिला कमेटी के रवींद्रनाथ आंग्रे ने सोमवार को ठाणे के होटल वुडलैंड में आयोजित एक पत्रकार परिषद के माध्यम से ठाणे महानगरपालिका प्रशासन पर लगाया है      ।

इस पत्रकार परिषद में राकेश पूर्णेकर , रमेश वाडेकर आदि उपस्थित हुए थे। आगे रवींद्रनाथ आंग्रे ने बताया कि, बुधवार 28 अगस्त को पिछले एक दशक से ठाणे महानगरपालिका में हुए व्यापक भ्रष्टाचार के विरोध में राज्य के विरोधी पक्ष नेता विजय वडेट्टीवार ,कांग्रेस के कोकण प्रभारी बी .एम संदीप , महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के कार्यध्यक्ष मुजफ्फर हुसैन की उपस्थिति में आंदोलन किया जाएगा ,जोकि ठाणे महानगरपालिका मुख्यालय से आरंभ होकर ठाणे जिलाधिकारी कार्यालय जाकर समाप्त होगा      ।

इस आंदोलन में कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाष कानडे, ठाणे महानगरपालिका के नगरसेवक विक्रांत चव्हाण सहित कांग्रेस के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे , इसके अलावा गुरुवार 29 अगस्त से ठाणे रेलवे स्टेशन के बाहर रोजाना सुबह से शाम तक कांग्रेस पार्टी द्वारा सांकेतिक अनशन करेगी , आगे रविंद्र आंग्रे ने महापालिका प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि , ठाणे महानगरपालिका द्वारा करोड़ों रुपए के टीडीआर घोटाला एवं बांधकाम टीडीआर घोटाला के अलावा 100 करोड़ का वर्तक नगर म्हाडा पूनर्विकास घोटाला , करोड़ों रुपए के शिक्षण विभाग में घोटाला के अतिरिक्त सड़क निर्माण में, घनकचरा विभाग , बी एस यू पी घर वितरण और नालासफाई में घोटाला किया है , जिसका जांच होना चाहिए    ।

आंग्रे ने यह भी आरोप लगाया है कि, कुछ बड़े बिल्डर और शहर विकास विभाग के अधिकारी के मिलीभगत से अवैध और नियमों को ताक में रखकर किए ग बांधकाम में भी भ्रष्टाचार किया है यही नहीं वृक्ष लगाने आदि योजना पर भी व्यापक रूप से भ्रष्टाचार किया गया है   ।
रविंद्र आंग्रे इस पत्रकार परिषद में राष्ट्रीय एवं ठाणे के स्थानीय अखबारों को निष्पक्ष बताते हुए कहा कि ,भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ती है , ऐसे में उसमें छपे खबरों पर शंका नहीं किया जा सकता , पूर्व पुलिस अधिकारी रहे रविंद्र आंग्रे ने यह भी सवाल उपस्थित किया कि, यदि महापालिका अपना कार्यभार सही रूप से कर रही है ,तो फिर पिछले 10 वर्षों का ठाणे महानगरपालिका ने अपने द्वारा किए गए परियोजनाओं का लेखा-जोखा अपने वेबसाइट पर क्यों नहीं दर्शाया गया है ?

उन्होंने जनप्रतिनिधियों को दरकिनार कर पालिका प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कड़े स्वर में कहा कि, जिस तरह से हजार रुपए का रिश्वत लेने पर पुलिसकर्मी को कड़े कार्रवाई का सामना कर सजा भुगतना पड़ता है , ठीक उसी तरह पालिका प्रशासन के उन अधिकारियों पर भी ठोस कार्रवाई होनी चाहिए जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं    ।