रिश्वतखोरी का मामला पूरे क्षेत्र में मचा दी है सनसनी

गोला गोरखपुर जोखन प्रसाद

गोरखपुर/ माल्हन पार अस्पताल से चौकाने वाली हकीकत

संविदा पर कार्यरत साबरमती स्वास्थ्य केंद्र को बना दी है लूट का अड्डा
मुख्यमंत्री के गृह जनपद में यह स्वास्थ्य केंद्र बना भ्रष्टाचार का हब

*वाह रे साबरमती देवी*

नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का चौंकाने वाला मामला
पीड़ित, का आरोप मोहम्मद मंजूर आलम ग्राम बभनौली थाना बांसगांव अपनी गरीबी का पीड़ा बयां करते हुए बताया मेरे औरत के पेट में दर्द होने से मैं अपनी औरत को लेकर माल्हनपार नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर गया वहां संविदा पर तैनात साबरमती मेरी औरत का जांच यूरिन टेस्ट आदि की और बाहर की दवा लिखी, मैं जाकर 250 रुपए की दवा बाहर से लाया जाते समय साबरमती मुझे रोक ली और कहीं ₹500 देकर जाइए   ।

पीड़ित मंजूर ने कहा मैडम आप तो सरकारी डॉक्टर हैं मैं तो पहले एक रुपए की पर्ची ले लिया था फिर किस चीज का ₹500 साबरमती अपनी आवाज को ऊंची करते हुए बोली आपको ₹500 देना पड़ेगा अब बेचारा जेब में पैसा तो था नहीं जो था उससे बाहर की दवा ले लिया था लेकिन बाहर डॉक्टर साबरमती उसकी औरत को वही अस्पताल में रोक ली और कहीं आप जाइए कहीं से मांग कर या घर पर रखे हैं पैसा लेकर आइए मजबूरी में जांच करा हंसा मंजूर घर से ₹300 लेकर आया और डॉक्टर साहिबा को देकर फिर वापस अपने बीवी को घर लेकर गया  ।

यह हकीकत है जबकि सरकार इन्हें भारी भरकम हर महीने सैलरी देती उसके बावजूद भी गरीबों का खून पसीने की कमाई लूट रही है ईमानदार छवि की योगी सरकार के दावा को धराशाई करने में लगी हैं साबरमती जी अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में बैठे सीएमओ एसके तिवारी कड़ी से कड़ी कार्रवाई करते हैं या भ्रष्टाचार को बढ़ाने में सहयोगी बनते हैं   ।