लघु उद्योगों को जरुरत है सरकारी संजीवनी की — प्रदेश काँग्रेस महासचिव सुमन आर अग्रवाल की मांग

ठाणे । भारत समेत विश्व भर के कई देशों में तबाही का खौफ मचाई कोरोना महामारी पर काबू पाने के लिए जारी 40 दिनों के लॉकडाऊन के चलते मरणासन्न पडे देश भर के लघु उद्योगों की सामाजिक-आर्थिक बहाली के लिए महाराष्ट्र प्रदेश काँग्रेस कमेटी की महासचिव एवं सुप्रसिद्ध समाजसेवी श्रीमती सुमन अग्रवाल ने केंद्र व राज्य सरकार से इस क्षेत्र के लिए जल्द-से-जल्द आर्थिक पैकेज का ऐलान किए जाने की मांग की है ,
केंद्र व राज्य सरकार को इस संबंध में भेजे गए पत्र में श्रीमती अग्रवाल ने कहा है कि यूं तो देश भर में मंदी की वजह से 80 फीसदी उद्योग-लघु उद्योग पहले से ही संकट से जूझ रहे थे  ।

कोरोना की वजह से हुए लॉकडाऊन ने इसमें और भी जबरदस्त इजाफा कर दिया है , लिहाजा, उनके लिए फिर से खुद के पांव पर उठ खडा होना दूभर दिखाई दे रहा है , इन हालात में लॉकडाऊन समाप्त होने के बाद उद्योगधंधों को पुनः शुरू किया जाना एक बहुत बडी चुनौती रहेगी , इसलिए केंद्र व राज्य सरकार को चाहिए कि इन लघु उद्योगधंधों को जीवनदान देने के लिए उनके आगे मदद का हाथ बढाए क्योंकि व्यापारी-उद्योगपति ही देश की अर्थ-व्यवस्था की नैया खेने वाली पतवार हुआ करता है और उसी से राष्ट्र में रोजगार निर्माण होता है , पत्र में सुमन अग्रवाल का कहना है कि व्यापारी-उद्योगपति को अपने कारोबार से अर्जित 100 रुपए में से 30 रुपए कामगार के वेतन, 30 रुपये निवेशित पूंजी पर ब्याज-कर तथा 30 रुपए उद्योग के लिए आवश्यक सामग्री आदि जुटाने पर खर्च हो जाया करते हैं, उसके पास सभी कर चुकाने के बाद किसी तरह मुनाफा बचता है तो महज ५/- रुपए से भी काम होता है , लिहाजा, इस स्थिति के मद्देनजर इस संकटकाल में केंद्र व राज्य के विविध करों का भुगतान कर पाना व्यवसाइयों के लिए फिलहाल मुमकिन नहीं है , सरकार उनके लिए मदद का हाथ बढाए  ।

उन्हें मौजूदा गंभीर मुसीबत से उबारने के लिए सरकार शीघ्र आर्थिक पैकेज का ऐलान करे, जिसमें बिनाब्याज वित्त आपूर्ति, मौजूदा कर्ज की किश्तों का पुनर्गठन, सस्ती दर में विद्युत आपूर्ति आदि करने का समावेश किया जाए  ।