वाहन चालकों को बेहोश कर लुटने वाला रैकेट सक्रिय

दिवा निवासी रिक्शा चालक अशोक यादव के साथ दिनदहाड़े लुट

दिवा/मुंब्रा ( मुन्ना यादव’मयंक’ ) ।    बुधवार, २५ सितंबर २०१९ को रिक्शा चालक अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले दिवा के गणेश नगर निवासी अशोक शिवनाथ यादव उम्र ३० वर्ष, प्रतिदिन की भांति कल सुबह ८.०० बजे अपना आटो रिक्शा लेकर घर से निकले थे   ।

जरुरी काम से सुबह १०.०० बजे परिवार के लोगों ने फोन किया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया , तब उन्होंने गोरेगांव में रहने वाले अपने भाई योगेन्द्र यादव (२२) को स्थित से अवगत कराया , योगेन्द्र द्वारा फोन करने पर कई बार पूरी घंटी बजने के बाद भी अशोक यादव ने फोन रिसीव नहीं किया तो योगेन्द्र यादव ने पेशे से साॅफ्टवेयर इंजिनियर अपने भाई को पूरी बात बताई , योगेन्द्र यादव के भाई ने कल शाम को ८.०० बजे अशोक यादव के मोबाइल का लोकेशन ट्रेस किया तो मुंब्रा दिखा रहा था  ।
शाम से ही योगेन्द्र अपनी बहन के साथ मुंब्रा पोलिश स्टेशन में थे लेकिन प्रशासन द्वारा उन्हें कोई मदद नहीं मिली , पुलिस प्रशासन द्वारा यह कहा गया कि ९.०० बजे की शिफ्टिंग के बाद ही कोई कार्यवाही होगी।

ट्रेस लोकेशन पर खोजने पर १०.१५ बजे अशोक यादव अपने आटो रिक्शा की पिछली सीट पर बेहोशी की हालत में मिले , पानी की छींटे मारने पर उन्हें होश आया लेकिन कुछ भी बताने की अवस्था में नहीं थे , घर ले जाने पर रात में ही उन्हें कई बार उल्टियां होने पर रात्रि १२.३० बजे परिवार के लोगों ने दिवा में ही एक प्राइवेट हाॅस्पिटल में अशोक यादव को एडमिट कराया , उन्हें आज दोपहर १.०० बजे हाॅस्पिटल से छुट्टी मिल गई ।
सामान्य स्थिति में आने पर आज अशोक यादव ने कहा कि कल सुबह दिवा में ही दो लोग आटो रिक्शा में बैठे और मुंब्रा चलने के लिए कहा , एक प्राइवेट हाॅस्पिटल के पास रिक्शा रोककर एक पैसेंजर हाॅस्पिटल के अंदर गया और कुछ समय के बाद हाथ में मिठाई लेकर आया और मुझसे कहा कि मेरी पत्नी को लड़का हुआ है लो तुम भी मिठाई खाओ , मिठाई खाने के बाद क्या हुआ मुझे नहीं मालूम , गाड़ी बनाने के लिए रखा ८,००० रुपया, गले की सोने की चैन और हाथ में पहनी सोने की अंगूठी गायब है  ।