विश्वकर्मा पूजा अवकाश के लिए समाज आंदोलित : अशोक विश्वकर्मा

देवी देवताओं को जातियों में बांट कर सरकार कर रही है : भेदभाव

चंदौली । ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वावधान में चलाए जा रहे सरकार जगाओ स्वाभिमान बचाओ आंदोलन के तहत जनसंपर्क के दौरान ग्राम सभा दिघवट में आज एक बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि देवी-देवताओं महापुरुषों एवं राजनेताओं को भी जातियों के आधार पर बांट कर सरकार भेदभाव कर रही है , उन्होंने कहा कि अनेक देवी, देवताओं, धर्मगुरुओं, महापुरुषों, स्वतंत्रता सेनानियों और राजनेताओं के नाम पर उनके सम्मान में राष्ट्रीय एवं राजकीय अवकाश घोषित है, तो देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा के नाम पर उनके सम्मान मे अवकाश के सवाल पर सरकार भेदभाव और उपेक्षा क्यों कर रही है , उन्होंने कहा कि सृजन के देवता विश्वकर्मा किसी जाति विशेष वर्ग एवं समूह की सीमा में सीमित नहीं हैं , वह सभी जाति धर्म एवं समूह के द्वारा सर्वत्र पूजित हैं पौराणिक शास्त्रों, उपनिषदों और ग्रंथों के अनुसार देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा ने देवताओं और मानव जाति के कल्याण तथा विकास में अविस्मरणीय योगदान किया है , यह एक ऐसे देवता हैं जिन्होंने किसी से कुछ मांगा नहीं कुछ लिया नहीं और सदैव निर्विवादित रहे हैं ।

भगवान विश्वकर्मा करोड़ों विश्वकर्मा वंशीयो केआस्था संस्कृति गौरव और स्वाभिमान के प्रतीक है विश्वकर्मा पूजा का अवकाश रद्द करके सरकार आस्था पर कुठाराघात तथा पहचान मिटाने का षड्यंत्र कर रही है , उन्होंने कहा देवी देवताओं के नाम पर सरकारकी ओर से किया जा रहा भेदभाव असमानता और अन्याय का द्योतक है मौजूदा सरकार में जातीय आधार पर सर्वाधिक भेदभाव और उत्पीड़न हो रहा है जिसका परिणाम आगामी विधानसभा चुनाव में स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ेगा , विश्वकर्मा पूजा अवकाश के लिए समाज दृढ़ संकल्पित है,जब तक अवकाश घोषित नहीं होगा संघर्ष जारी रहेगा , बैठक में समाज से बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री को पत्र भेजने की अपील की गई , बैठक में प्रमुख रूप से श्रीकांत विश्वकर्मा , नंदलाल विश्वकर्मा , सुरेश शर्मा एडवोकेट , लोचन विश्वकर्मा,  दीनदयाल विश्वकर्मा , कालिका विश्वकर्मा , नारायण विश्वकर्मा , चंद्रिका विश्वकर्मा , मोहन विश्वकर्मा , पंचम विश्वकर्मा , दिनेश विश्वकर्मा , आनंद विश्वकर्मा , प्यारे लाल विश्वकर्मा , रमेश विश्वकर्मा , धर्मेंद्र विश्वकर्मा , गोविंद विश्वकर्मा , रतन विश्वकर्मा , कैलाश विश्वकर्मा , अवधेश विश्वकर्मा , मनोज विश्वकर्मा , राकेश विश्वकर्मा , गणेश विश्वकर्मा , विनीत विश्वकर्मा , सियाराम विश्वकर्मा , उमाशंकर विश्वकर्मा , राहुल विश्वकर्मा इत्यादि लोगों उपस्थित रहे  ।