विश्वकर्मा समाज ने राजनैतिक भागीदारी के सवाल पर किया विमर्श

वाराणसी |     विश्वकर्मा समाज के नेताओं ने ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा के साथ आज दिन में वाराणसी स्थित चंदन विश्वकर्मा के प्रतिष्ठान पर राजनैतिक भागीदारी के सवाल पर गहन विमर्श किया इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा भारतीय राजनीतिक एवं सामाजिक व्यवस्था जातीय समीकरण पर आधारित है नेता वही है जिसके पीछे उसकी जाति जमात की संगठित शक्ति खड़ी है और सत्ता में उन्हीं की भागीदारी है इसलिए सबसे पहले समाज को संगठित करने की आवश्यकता है उन्होंने कहा मौजूदा समय में सत्ता और व्यवस्था में भागीदारी के दो स्वरूप हो गए हैं एक स्वयं के लाभ के लिए और दूसरा समाज के सर्वांगीण हित लाभ एवं विकास के लिए स्वहित के लिए जो सत्ता और पार्टियों से जुड़े हैं उन्हें जाति जमात से कोई सरोकार नहीं है आज आवश्यकता है समाज की आवाज को मजबूती से उठाने वाले सर्व समावेशी प्रतिनिधित्व की इसके लिए गैर राजनैतिक सामाजिक संगठन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है उन्होंने आह्वान किया कि विचारों की भिन्नता किंतु अभियान की एकता के सिद्धांत पर सामाजिक संगठनों की आपसी एकजुटता कायम होनी चाहिए विमर्श करने वाले लोगों में प्रमुख रुप से चंदन विश्वकर्मा , डॉ प्रमोद कुमार विश्वकर्मा , रमेश कुमार विश्वकर्मा , बृजेश कुमार विश्वकर्मा , विनोद कुमार शर्मा आदि लोग थे   |