विसरा के विश्राम घाट से प्रारंभ हुआ भागीरथी प्रयास 

गोला / गोरखपुर  ।  गोला ब्लाक के खण्ड विकास अधिकारी सुनील कुमार कौशल ने ब्लाक परिसर की संजीवनी वाटिका , बारानगर का बाग , पडौली के माडल खेल मैदान जैसी उपलब्धियों को अमल में लाने के पश्चात अब बिसरा गांव के विश्राम घाट का कायाकल्प करने की ठानी है , तटबंधों का समतलीकरण , वृक्षारोपण , पैचिंग आदि के माध्यम से आकर्षक बनाया जाएगा जिससे पूजा पाठ,स्नान ध्यान आदि कर्मकांड करने वालों के लोगों को असुविधा न हो वही वृक्षारोपण से बाढ़ के दिनों में तटबंधों के कटान को रोका जा सकेगा , बताते चले कि बिसरां गांव का विश्राम घाट काफी प्रचलित स्थान है यहां प्रतिदिन स्नान ध्यान करने वालों की भारी भीड जमा होती है, प्राचीन मान्यताओं के अनुसार भगवान राम की विवाह के समय बारात ने इसी स्थान पर विश्राम किया था इसलिए इसे विसरा गांव व विश्राम घाट कहा जाता है  , लोगों की आस्था है कि यहां स्नान दान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है  |

लेकिन बाढ की विभिषिका से प्रत्येक वर्ष होने वाली कटान से यहां का घाट काफी क्षतिग्रस्त होता चला जा रहा है गांव के प्रधान प्रतिनिधि कुशचंद के आग्रह पर खण्ड विकास अधिकारी ने इसे अपने ऐजेंडे मे शामिल कर लिया और इसके कायाकल्प की तैयारियों मे लग गए बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि बाढ का समय नजदीक है और इस स्थान पर प्रायः कटान होती रहती है जिससे लोग काफी भयभीत रहतें है इसलिए हमने मनरेगा योजना के अंतर्गत इसके बाधों की मरम्मत कराने का प्रयास किया है जिसके तहत समतलीकरण करके स्टेयर पैचिंग कराई जाएगी तथा घाटों के नीचे सघन वृक्षारोपण कराया जाएगा जिससे  प्रत्येक वर्ष होने वाली कटान को रोका जा सकेगा कार्य निरीक्षण के दौरान ग्राम विकास अधिकारी रामनवल वर्मा, जेई हरिकेश यादव,प्रधान प्रतिनिधि कुशचंद, अशोक मौर्या, सत्यवान चंद आदि लोग उपस्थित रहे  ।