विश्वकर्मा महासभा ने आजीविका अधिकार अभियान चलाने का निर्णय किया – अशोक विश्वकर्मा

मिर्जापुर / अहरौरा ।   बेरोजगारी और भुखमरी के खिलाफ रोजी रोटी एवं आजीविका अधिकार अभियान के अंतर्गत जनपद मिर्जापुर सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार विश्वकर्मा के अहरौरा स्थित निवास पर आज दिन में ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा की संपन्न बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने कोरोना महामारी विभीषिका के चलते बेरोजगारी भुखमरी और रोजी रोटी के गंभीर संकट पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मौजूदा संकट के दौर में जीवन बचाने के साथ ही जीविका बचाने के बारे में भी सरकार को सोचना होगा , उन्होंने कहा जीवन और जीविका को अलग अलग करके नहीं देखा जा सकता है क्योंकि सवा अरब की आबादी में 90 फ़ीसदी लोग असंगठित क्षेत्र के कामगार एवं श्रमिक हैं जो रोज कमाते और रोज खाते हैं आर्थिक मंदी के चलते असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों पर निर्भर लघु और मध्यम दर्जे के धंधों के बंद होने और नौकरियों के जाने का खतरा सबसे ज्यादा मंडरा रहा है , देश में सामाजिक सुरक्षा के नाम पर कानून तथा रोजगार के नाम पर सरकारी घोषणाएं धरातल पर प्रभाव शून्य है ।

जीवन के साथ अगर आ जीविका नहीं बची तो आने वाला कल बेरोजगारी और भुखमरी के चलते महामारी के मौजूदा संकट से भी भयावह हो सकती है उन्होंने कहा रोजगार के प्रति सरकार की नजरिया एवं नीतियां व्यापक होनी चाहिए शारीरिक श्रम करने वाला ही असंगठित क्षेत्र का श्रमजीवी नहीं है अपितु पर्व उत्सव एवं मांगलिक कार्यक्रमों के अवसर पर अपनी परंपरागत कला संस्कृति अभिनय एवं गायन के द्वारा जीविका चलाने वाले लोग भीआय का कोई वैकल्पिक स्रोत अथवा संसाधन ना होने से बेरोजगारी एवं भुखमरी के कगार पर हैं सरकार को इनकी ओर भी समुचित ध्यान देने की आवश्यकता है बैठक में सरकार से आजीविका भत्ता देने सहित नवगठित सामाजिक सुरक्षा आयोग में श्रमिक एवं कला संस्कृति के क्षेत्र से जुड़े हुए प्रतिनिधियों को भी शामिल करने की मांग की गई बैठक में सामाजिक दूरी सहित नियमों का अनुपालन किया गया उपस्थित लोगों में प्रमुख रूप से श्रीकांत विश्वकर्मा डॉ प्रमोद कुमार विश्वकर्मा नंदलाल विश्वकर्मा दीनदयाल विश्वकर्मा धर्मेंद्र विश्वकर्मा अखिलेश विश्वकर्मा डॉक्टर शांता विश्वकर्मा डॉ महेंद्र विश्वकर्मा बेनी प्रसाद विश्वकर्मा आदि लोग उपस्थित थे  ।