शिवसेना का निशाना बिहार में चुनाव के कारण सेना में ‘जाति’ और ‘प्रांत’ का मुद्दा उठा रहे हैं पीएम मोदी

मुंबई  | एक तरफ महाराष्ट्र में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है वही शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र सामना में मोदी सरकार पर निशाना साधा है शुक्रवार की संपादकीय में शिवसेना ने भाजपा नेता गोपीचंद पाडलकर के राकांपा प्रमुख शरद पवार के लिए कहे अपशब्दों को आधार बनाते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा है पार्टी ने सामना में लिखा है, ‘बिहार में चुनाव है इसलिए सेना में जात और प्रांत का महत्व बताया जा रहा है ,सामना में लिखा है,”प्रधानमंत्री मोदी भी इस राजनीति में कुशल हो गए हैं कल प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘बिहार रेजिमेंट’ ने लद्दाख की गलवान घाटी में बहादुरी दिखाई तो महारों, मराठों, राजपूतों, सिखों, गोरखाओं, डोगरा रेजिमेंट सीमा पर तंबाकू मलते बैठे थे क्या ?”

संपादकीय में आगे लिखा,”महाराष्ट्र के वीरपुत्र सुनील काले पुलवामा में शहीद हो गए लेकिन बिहार में चुनाव होने के कारण ही सेना में ‘जाति’ और ‘प्रांत’ का महत्व बताया जा रहा है इस तरह की राजनीति कोरोना से भी बदतर है महाराष्ट्र में विपक्ष इस खुजली को खुजलाने का काम कर रहा है इसलिए भाजपा पर गांव-गांव में जूते खाने की नौबत आ गई है पता नहीं ये कब सुधरेंगे ?”

संपादकीय लिखने के बाद मीडिया के एक सवाल पर सामना के संपादक और शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि सेना की कोई भी रेजिमेंट बस रेजिमेंट होती है हर रेजिमेंट की अपनी परंपरा और गाथा है सभी रेजिमेंट देश की होती है किसी प्राांत, राज्य या किसी धर्म की नहीं होती है लेकिन बीजेपी के लोग अपने फायदे के लिए किसी भी हद पर जाकर राजनीती करते है जो गलत है सभी राजनितिक पार्टियों के लिए सबसे पहले हमारा देश और हमारे देश के जवान है  |