सरकार और कप्तान की मंशा को पलीता लगा रहे गगहा के थानेदार

महिलाओं से जुड़े मामलों में आपराधिक धारा में मुकदमें दर्ज होने के बाद भी यहां गिरफ्तारी नही

*मनव्वर रिज़वी*

गोरखपुर ।   महिला अपराधों पर एक तरफ सरकार घिरी नज़र आ रही है वही सरकार के मुखिया सीएम योगी के जिले के एक थाना प्रभारी पुलिस कप्तान के आदेशों के विपरीत कार्य करते हुए सरकार और कप्तान दोनों की मंशा में पलीता लगाने पर उतारू है , शनिवार को गगहा थाना क्षेत्र के ग्राम ऊचेर की निवासिनी जहांआरा खातून अपनी बहु के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर पहुंची उनका आरोप था कि गांव के दबंगों ने उनके घर पर धावा बोला और फिर उनके पुत्र फरमान हुसैन को जान से मारने की नियत से लाइसेंसी बंदूक से फायर किया  ।

हालांकि इस संबंध में गगहा थाने पर मुकदमा अपराध संख्या 341/2019 धारा 147 148 149 323 504 506 आईपीसी दर्ज कर लिया गया लेकिन उक्त महिला का कहना है कि पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की वहीं दूसरी तरफ दबंगों के दबाव और धनबल पर पुलिस ने उनके परिवार के खिलाफ ही तत्काल मुकदमा संख्या 342/2019 दर्ज कर लिया , बताते चलें कि गगहा थाना इलाके से आजकल मुख्यालय पर अपनी शिकायत लेकर आने वाला हर फरियादी आरोप लगा रहा है कि गगहा थाना पूरी तरह से दबंगों के कब्जे में है जो जांच का विषय है ।

गगहा थाने से जुड़ा जहांआरा खातून का मामला कोई पहला मामला नहीं है, धनबल और बाहुबल से जुड़ा हुआ देवकली गावँ का एक मामला पहले भी देखने को मिला जहां एक विधवा महिला के साथ 28 मई 2019 को रात 1 बजे के लगभग घटी घटना के लगभग 15 दिन बाद दिनांक 12 जून 2019 को संगीन आपराधिक धाराओं में मुकदमा अपराध संख्या 166/19 दर्ज तो कर लिया लेकिन गगहा पुलिस द्वारा आज लगभग 6 माह होने को हैं इस मामले में कोई कार्यवाही नही की बल्कि इस मामले में कानून की धज्जियां उड़ाते हुए मनमानी तरह से काम किया जा रहा है , बहरहाल दोनों महिलाओं की तहरीर पर कोई गिरफ्तारी न होने और दबंगो के धनबल और ऊँचे रसूख के आगे गगहा पुलिस का समर्पण समझ से परे है और पुलिस की कार्यप्रणाली से लग रहा है कि महिलाओं के साथ ही सम्पत्तिओं से जुड़े मामले में वह शायद हत्याओं के इंतेज़ार में है  ।