कचरा डंपिंग बना जीवन के लिए खतरा
ठाणे । ठाणे के वागले एस्टेट स्थित रोड नंबर 26 में बड़े पैमाने पर रोजाना कचरे का डंपिंग किया जा रहा है , कचरा के कारण आसपास के परिसरों में रहने वाले हजारों लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इस गंभीर समस्या को लेकर बहुजन रिपब्लिकन सोशलिस्ट पार्टी ने राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द यहां कचरा का डंपिंग बंद किया जाए , अन्यथा इस परिसर में विभिन्न रोगों से प्रभावितों की संख्या आगे गंभीर हो सकती है।

इस संदर्भ में जानकारी देते हुए बहुजन रिपब्लिकन सोशलिस्ट पार्टी के ठाणे शहर जिला महासचिव रामेश्वर बचाटे ने बताया कि उन्होंने कचरा डंपिंग की समस्या को लेकर राज्य के सीएम के साथ ही ठाणे जिले के पालक मंत्री एकनाथ शिंदे , महापौर नरेश म्हस्के, ठाणे मनपा आयुक्त डॉ विपिन शर्मा और ठाणे मनपा में विरोधी पक्ष नेता शानू पठान को भी निवेदन देकर स्थिति से अवगत कराया है , शहर के विभिन्न भागों से कचरा लाकर यहां जमा किया जाता है और फिर यह कचरा अन्य जगहों पर भेजा जाता है ।
कचरे के कारण पूरा परिसर दुर्गंध से प्रताड़ित हो रहा है जिस कारण डंपिंग के बगल में ही स्थित इलाके भीम नगर , सीपी तालाब , राम नगर के साथ ही एमआईडीसी में काम करने वाले कामगारों को भारी परेशानी होती है , कचरा के कारण इन परिसरों में लोग बड़ी संख्या में मलेरिया और डेंगू रोग का शिकार हो रहे हैं , सबसे बुरा असर यहां के छोटे-छोटे बच्चों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है , बचाटे ने बताया कि कचरे के वाहनों के कारण दुर्गंध सड़कों पर भी आते जाते झेलनी पड़ती है |

उन्होंने मांग की है कि जल्द से जल्द वागले एस्टेट रोड नंबर 26 ठाणे में कचरा डंपिंग पर रोक लगाई जाए , रामेश्वर बचाटे ने चेतावनी दी है कि यदि कचरा डंपिंग यहां नहीं रोका गया तो आगे धरना और आंदोलन कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा, कचरा डंपिंग के कारण परिसर में लोग कई तरह की अन्य स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से भी ग्रसित हो रहे हैं , लेकिन ठाणे मनपा प्रशासन ने कभी भी इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया है और तो और आरोग्य विभाग द्वारा डंपिंग परिसर या आसपास के परिसरों में भी नियमित तौर पर कीटनाशक या रोग रोधी नाशक दवाओं का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा है।