कोरोना संकट में मिले शैक्षणिक शुल्क माफी का उपहार
ठाणे | कोरोना की दूसरी लहर ठाणेकरों के लिए असहनीय प्रतीत हो रहा है ऐसी स्थिति में केंद्र और राज्य सरकार के साथ ही ठाणे मनपा को चाहिए कि वह लोगों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराए , इन बातों का जिक्र करते हुए ठाणे मनपा में विरोधी पक्षनेता शानु पठाण ने मांग की है कि स्कूल से लेकर महाविद्यालय के शैक्षणिक शुल्क माफ किए जाए , इसके साथ ही लॉकडाउन काल में लोगों को फ्री में खाद्यान्न भी उपलब्ध कराया जाए अन्यथा नागरिकों की मानसिक स्थिति विचलित हो सकती है ठाणे शहर में कोरोना और लॉकडाउन के कारण गरीबों का रोजगार छीन गया है ऐसी स्थिति में सामान्य नागरिक स्कूल से लेकर महाविद्यालय तक अपने बच्चे के फीस की अदायगी नहीं कर सकते हैं इस स्थिति में केंद्र , राज्य सरकार तथा ठाणे मनपा शैक्षणिक शुल्क माफी दें ताकि सामान्य नागरिकों को कुछ राहत का अहसास हो सके ऐसी मांग शानु पठाण ने केंद्र और राज्य सरकार के साथ ही ठाणे मनपा प्रशासन से की है |
इस बात को लेकर पठाण ने लिखित पत्र पी.एम. नरेंद्र मोदी , सी.एम. उद्धव ठाकरे और ठामपा आयुक्त डॉ. विपीन शर्मा को दिया है साथ ही साथ यह भी मांग की गई कि राज्य सरकार गृहनिर्माण मंत्री डॉ. जितेंद्र आव्हाड और पालकमंत्री एकनाथ शिंदे के मार्गदर्शन में कृति प्रारुप तैयार किया जाए , गत वर्ष मार्च में कोरोना के आगमन के साथ ही उसका कहर भी शुरू हो गया था जिस कारण लॉकडाउन का पहली बार सामना सामान्य नागकिों को करना पड़ा था , उस स्थिति में भी केंद्र सरकार से अपेक्षित मदद सामान्य नागरिकों को नहीं मिली जबकि राज्य सरकार अपने दम पर कोरोना को पराजित करने में लगी रही थी , लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण लॉकडाउन लगने से सामान्य लोगों को पेट भरना भी संभव नहीं है इन बातों का जिक्र करते हुए पठाण ने कहा है कि कोरोना के कारण लॉकडाउन समय की मांग है लेकिन जब सामान्य लोगों को रोजागर नहीं मिलेगा तो वह अपना परिवार कैसे चला पाएगा ? इस स्थिति पर सरकार और प्रशासन को मंथन करना चाहिए , लोगों को आर्थिक मदद की जल्द दरकार है पठाण का कहना है कि इन बुरी परिस्थितियों के बीच लॉकडाउन के कारण अच्छे जीवन जीने की सारी संभावना समाप्त हो गई है लेकिन अभिभावकों की स्थिति को लेकर सरकार या प्रशासन कोई विचार नहीं कर रहा है उन्होंने मांग की है कि कोरोना संकट के समय स्कूल से लेकर महाविद्यालय तक की शैक्षणिक फीस माफी दी जाए , साथ ही सामान्य नागरिकों को नियमित तौर पर खाद्यान्न उपलब्ध कराने की मांग उन्होंने केंद्र सरकार , राज्य सरकार तथा ठाणे मनपा प्रशासन से की है |