ठाकरे सरकार की शिक्षा विरोधी नीति
ठाणे | स्कूल में दाखिले से लेकर रिजल्ट तक की प्रक्रिया के जरिए शिक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाली ठाकरे सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को पुरस्कार देने की प्रथा पर रोक लगा दी है और शिक्षकों की भी उपेक्षा की है भाजपा विधायक एवं जिलाध्यक्ष निरंजन दावखरे ने मांग की है कि लगातार दो साल से प्रदेश के शिक्षकों पर लगे प्रतिबंध को हटाकर शिक्षकों को पुरस्कृत करने की प्रथा को फिर से शुरू किया जाए , राज्य सरकार द्वारा राज्य में शिक्षकों को आदर्श शिक्षक पुरस्कार देने की प्रथा 5 सितंबर को है ठाकरे सरकार ने बिना कोई कारण बताए सत्ता में आने के बाद रोक लगा दी है और विधायक दावखरे ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कारों के लिए राज्य में शिक्षकों से आवेदन आमंत्रित करने की परंपरा रही है ठाकरे सरकार को राज्य पुरस्कारों को बंद करते समय कोई दुख नहीं हुआ |
उन्होंने कहा कि जहां राज्य के शिक्षकों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा रहा है वहीं राज्य सरकार ने आदर्श शिक्षक पुरस्कार से स्कूली शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले शिक्षकों को वंचित कर अपनी शिक्षा विरोधी नीति का परिचय दिया है और पिछले वर्ष कोई आदर्श शिक्षक पुरस्कार नहीं दिया गया था , इस वर्ष कोई परिपत्र जारी नहीं किया गया है शिक्षकों की बार – बार मांग के बावजूद सरकार ने चयन समिति या चयन प्रक्रिया की घोषणा नहीं की है यह भी मांग की गई है कि जो लोग पिछले साल पुरस्कारों का चयन न करने के कारण पुरस्कार और इसके लाभों से वंचित थे उनका चयन किया जाना चाहिए और शिक्षा क्षेत्र का अपमान रोकने के लिए इस वर्ष के पुरस्कारों की तुरंत घोषणा की जानी चाहिए तथा शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं को लेकर राज्य भर के शिक्षकों की कई शिकायतें सरकार के समक्ष लंबित हैं सरकार द्वारा शिक्षकों के वेतन वृद्धि के मुद्दे को प्रशिक्षण की निरर्थक शर्त के साथ ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है फडणवीस सरकार द्वारा प्रशिक्षण की शर्त को रद्द करने और इस तरह के एक आदेश जारी करने के बाद भी ठाकरे सरकार ने इस शर्त का पालन नहीं किया है और शिक्षकों को लाभ से वंचित करके उनका मजाक उड़ा रहा है इन बातों का जिक्र विधायक डावखरे ने अपने पत्र में किया है गैर-सब्सिडी वाले स्कूलों में शिक्षक इसे वहन कर सकते हैं और हजारों शिक्षक महीनों से अपने वेतन से वंचित हैं सेवानिवृत्त शिक्षकों को सेवानिवृत्ति के बाद कई माह से पेंशन का लाभ व अन्य लाभ नहीं मिल पा रहा है उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के अड़ियल रवैये के कारण राज्य में लगभग 40,000 शिक्षक वेतन वृद्धि से वंचित हैं इतना ही नहीं सरकार ने पुरस्कार की घोषणा नहीं कर पुरस्कार विजेता शिक्षकों के लिए वेतन वृद्धि के मुद्दे को भी टाल दिया है ऐसा आरोप ठाकरे सरकार पर डावखरे ने लगाया है |