आम आदमी को गलती पर ‘सजा’ लेकिन जिम्मेदार की गलती पर ‘मानवीय’ भूल ?

भदोही ।   जिले में कोरोना को लेकर प्रशासन के लोग सतर्क है और आम जन में जनजागरूकता फैलाकर इसके संक्रमण को कम करने की अपील कर रहे है और शासन के तरफ से जारी दिशा निर्देश का पालन करने के लिए सख्ती भी कर रहे है लेकिन रविवार को इस सूचना क्राति के युग में जिले के जिम्मेदार जिलाधिकारी ने एक ऐसी बात कर दी जिसकी चर्चा काफी दूर दूर तक हो रही है हालांकि अब इसे मानवीय भूल करार दिया जा रहा है लेकिन जिले का सबसे जिम्मेदार अधिकारी ऐसा कार्य कर दिया जिससे लोगों में खासकर सरपतहां के प्रवासियों में काफी नाराजगी है सोमवार की सुबह खबर पढने के बाद प्रवासियों के परिजन व रिश्तेदारों के होश उड गये जबकि हकीकत इस अफवाह से काफी दूर है , मालूम हो कि रविवार को डीएम भदोही राजेंद्र प्रसाद ने मीडिया को बताया की जिला मुख्यालय के पास सरपतहां गाँव में नौ लोग कोरोना पॉज़िटिव पाए गए यह बात सभी अखबारो में ख़बर छप गई समाचार चैनल भी प्रसारित कर दिये ।
लेकिन अब पता चल रहा है कि ख़बर गलत है इसी बात को भदोही सीएमओ ने अलग अलग जगहों पर 9 रोगियों की बात कही जबकि डीएम ने एक ही गांव में नौ कोरोना पाजिटिव की बात कही थी जिले के जिम्मेदार डीएम और सीएमओ के बयान में इस तरह का विरोधाभास लोगों को समझ में नही आ रहा है हालांकि अब इसे मानवीय भूल बताया जा रहा है अब यहां सवाल पैदा होता है कि जिले मे यदि आम आदमी कोरोना को लेकर किसी तरह की अफवाह फैलाये तो प्रशासन सख्ती से कार्यवाही करती है जबकि जिले के जिम्मेदारों की बात मानवीय भूल करार देना कितना उचित है ? किसी आम इंसान से भूल होने पर मुकदमा हो जाता है किन्तु जिम्मेदार अधिकारी इसे मानवीय भूल करार देकर पल्ला झाड़ लेते हैं।
जरा सोचिए उस परिवार के ऊपर क्या गुजर रही होगी जिसके परिवार वालों को जिम्मेदार अधिकारियो द्वारा कोरोना पॉज़िटिव बता दिया गया और इसकी चर्चा पूरे मीडिया में छा गई आरोग्य एप को डाउनलोड करने के एक आदेश में भी डीएम भदोही चर्चा में थे सरपतहां में क्वारटांइन रह रहे अनिल कुमार पाल ने बताया कि अभी तक हम हम सब का कोई जांच ही नही हुई है और तब से इसी बीच कोरोना पाजिटिव की खबर सुनकर और परेशान हो गये प्रवासी कमलेश पाल ने बताया कि न हम लोगों की कोई जांच हुई है, न ही कोई लक्षण है और झूठी अफवाह फैलाई गई है कमलेश ने सरकार से इसकी जांच की मांग भी की  ।