इंसान की स्किन पर 9 घंटे तक जिंदा रह सकता है कोरोना :- क्योटो प्रीफेक्चरल यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसिन

जापान |       एक तरफ कोरोना वायरस रुकने का नाम नहीं ले रहा है अब वही कोरोना वायरस के कई संकेत सामने आ रहे है आपको बता दे कि जापान की क्योटो प्रीफेक्चरल यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसिन ने अपनी रिसर्च में यह दवा किया है की कोरोना वायरस इंसान की स्किन पर 9 घंटे तक जिंदा रह सकता है और यह लैब में हुए प्रयोग से साबित भी हुआ है और इतना ही नहीं कोरोना वायरस इंफ्लुएंजा – ए की तुलना में 4 गुना अधिक समय तक जिंदा भी रह सकता है लेकिन यह इतने समय तक स्किन पर कैसे जिंदा रह लेता है इसका पता नहीं लगाया जा सका है रिसर्च कहती है कि स्किन पर वायरस का इतने समय के लिए रहना खतरे को बढ़ाता है इसलिए साबुन से हाथों को कम से कम 20 सेकंड के लिए धोना जरूरी है आपको बता दे कि इसकी रिसर्च के लिए फॉरेंसिक अटॉप्सी के जरिए इंसान की स्किन के नमूने लिए गए , स्किन की कोशिकाओं को कोरोनावायरस और इंफ्लुएंजा – ए के सैम्पल के साथ मिक्स किया गया जिसके बाद रिसर्च में सामने आया कि स्किन पर फ्लू का वायरस 1.8 घंटे तक जिंदा रहा वहीं कोरोना वायरस 9 घंटे तक जिंदा रहा      |

इसकी रिसर्च करने वाले रिसर्चर्स के मुताबिक जब सैम्पल में रेस्पिरेट्री टैक्ट से लिया गया म्यूकस डाला गया तो कोरोनावायरस 11 घंटे तक जिंदा रहा और जब इन पर हैंड सैनेटाइजर का प्रयोग किया गया तो यह 15 सेकंड के अंदर खत्म हो गए और वह हैंड सैनेटाइजर 80 फीसदी अल्कोहल वाला था और सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की गाइडलाइन के मुताबिक 60 से 95 फीसदी तक अल्कोहल वाले सैनेटाइजर से कम से कम 20 सेकंड तक हाथों को सैनेटाइज करें तभी हाथों के हर हिस्से से कोरोना को खत्म किया जा सकता है या साबुन – पानी से हाथों को धोएं , रिसर्च करने वाले जापानी वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि इंफ्लुएंजा – ए वायरस के मुकाबले कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने का खतरा अधिक है कोरोनाकाल में हाथों की सफाई का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है    |