कनाडा में इंडिया की आवाज को बुलंद करने वाले गुजरात के हेमंत शाह 

मुंबई |       इंडो – कैनेडियन बिजनेसमैन हेमंत एम. शाह ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टूडो के किसानों वाली टिप्पणी पर कनाडा और भारत के बीच मजबूत व्यापारिक संबंधों के लिए जोर देने की बात कहीं , भारत में किसानों के विरोध पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टूडो की टिप्पणी के बाद से एक नया विवाद खड़ा हो गया है उन्होंने हाल ही में भारत में आंदोलनकारी किसानों का समर्थन करते हुए बयान जारी कर , विवाद को जन्म दिया और कहा कि उनका देश हमेशा शांतिपूर्ण विरोध के अधिकारों की रक्षा करता रहेगा , उन्होंने भारत मे आंदोलनकारी किसानों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी , जिसके बाद भारत ने अपने आंतरिक मामलों में कनाडा के पी.एम. की टिप्पड़ी पर कड़ी आपत्ति हर तरह से जताई है विशेषज्ञों का मानना ​​है कि जस्टिन टूडो की टिप्पणी से भारत – कनाडा के संबंध विशेष रूप से व्यापार संबंधों को नुकसान हो सकता है इस विवाद के बीच इंडो – कैनेडियन व्यवसायी शहेमंत एम शाह दोनों देशों के बीच की स्थिति को शांत करने का अपने स्तर से प्रयास करते हुये नजर आ रहे हैं वह कनाडा – भारत के मजबूत व्यापार संबंधों पर जोर दे रहे हैं क्योंकि शाह का मानना ​​है कि कनाडा और भारत एक साथ ट्रेड बिजनेस में बड़ी ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकते हैं पत्रकारों संग बातचीत में शाह ने कहा की मैं भारतीय किसानों के बारे में कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो की चिंता की सराहना करता हूं लेकिन एक कनाडाई करदाता होने के नाते हमारे माननीय पी.एम. से मेरा विनम्र अनुरोध है कि वह कनाडा की वर्तमान स्थिति पर ध्यान केंद्रित करें , विशेषज्ञों के अनुसार कोविड-19 की दूसरी लहर जल्द ही कनाडा में आने की संभावना है देश में तालाबंदी की स्थिति बनी हुई है और इस अव्यवस्था के कारण लोग चिंतित हैं हमें भारत की बजाय कनाडा में अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए , देश का नागरिक यह जानना चाहता है कि कब कोविड-19 वैक्सीन को लाया जाएगा , कनाडा सरकार कोविड-19 के प्रभावों से निपटने के लिए क्या नई तैयारिया कर रही है कनाडा-भारत के बीच व्यापार की मजबूत आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा की अगर हमारे पी.एम. भारत के साथ समर्थन और खड़े होना चाहते हैं तो मेरा विनम्र अनुरोध है कि कनाडा – भारत व्यापार पर ध्यान केंद्रित करें , पहले भी बहुत समय और प्रयास इस दिशा में किये गये हैं इन संबंध को और ठोस बनाने हेतु वर्षों से कनाडा और भारत के लोग अपने जेहन में सपना सजोये हुये बैठे हैं कई महान व्यक्तियों , संघों , सरकार , व्यापार आयुक्त सेवाओं एवं अन्य लोगों ने  दोनों देशों को और करीब लाने में एवं संबंध विकसित करने में काफी समय और ऊर्जा लगाई है      |

इस नेक कार्य मे कनाडा के ढेर सारे करदाताओं के पैसे भी लगे हैं इस पर बड़ा निवेश किया गया है इस लिये आइये इस रिश्ते को और मजबूत करें ऐसी अपील हेमन्त शाह ने कनाडा के पी.एम. जस्टिन टूडो से हाथ जोड़कर किया है भारत से कनाडा का निर्यात अधिशेष है लेकिन कनाडा को भारत से और अधिक निर्यात की आवश्यकता है क्योंकि हम अभी से अधिक नहीं हैं हमें ऐसे पहलुओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है व्यापार करने के क्रम में बाधाओं को दूर करने के लिए भी मजबूत कदम उठाने होंगे , मैं हमेशा कहता हूं निर्यात कनाडा का निर्माण करता है इसलिए हमें निर्यात पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है यह न केवल देश में और अधिक नौकरियां पैदा करेगा बल्कि अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में भी मदद करेगा मुझे यकीन है हमारे पी.एम. इस पर काम करेंगे , देश की वृद्धि और आर्थिक विकास में उसकी रूप रेखा बहुत मायने रखती है कनाडा में रहने वाले भारतीय मूल के इंडो कैनेडियन के रूप में हेमन्त शाह का मानना है कि मुझे दो माताओं का प्यार आशीर्वाद मिला है भारत – मातृभूमी और कनाडा – कर्मभूमी है भगवान कृष्ण की तरह जिनकी दो मातायें थीं , मुझे उम्मीद है कि दोनों देश मिलकर काम करेंगे , व्यापार की इतनी संभावनाये हैं कि वर्तमान जैसी परिस्थितियां कभी उत्पन्न नहीं हो सकती हैं हेमन्त एम शाह का नाम अंतरराष्ट्रीय व्यापार के कारोबार में बड़े  दिग्गज के रूप में जाना जाता है क्यों कि वह पिछले चार दशकों से इस क्षेत्र में सक्रिय हैं उन्होंने अपनी विशेषज्ञता के साथ कनाडा और भारत के बीच व्यापारिक संबंधों को  मजबूत बनाने में काफी कार्य किया है वह अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में भारतीय नौसेना पोत और आविष्कार को जानते है भारत सरकार अपने किसानों का विश्वास बरकरार रखने में सक्षम है इस संकट के घड़ी से भारत सौहार्दपूर्ण समाधान तक जल्द पहुंच जाएगा , ऐसी बात भातीय मूल के इंडो कैनेडियन व्यापारी हेमन्त एम. शाह ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टूडो से अपील करते हुये कही है      |