प्रज्ञा सिंह ठाकुर को कैंसर नहीं होने पर जामीन कैसे दिया ? डॉ जितेंद्र आव्हाड

ठाणे  |  राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र  आव्हाड  ने ट्वीट कर प्रज्ञा सिंह ठाकुर की फर्जी बीमारी का जिक्र किया है , जे.जे. अस्पताल के चिकित्सक  डॉ. लहाने आणि डॉ. शेंबे  ने यह स्पस्ट किया है कि  कि प्रज्ञा सिंह को कैंसर नहीं है , फिर भी, बीमारी के मुद्दे पर उसकी जमानत कैसे दी गई ? ऐसा सवाल विधायक  जितेंद्र आव्हाड  ने किया है ।
मालेगांव और नांदेड़ बम धमाकों में अभियुक्त ठाकुर को कैंसर होने का दावा करने पर  एनआईए अदालत ने जमानत दे दी , उनका दावा  फर्जी है इस बात का खुलासा डॉ. लहाने आणि डॉ. शेंबे ने किया है  इन खुलासो के आधार पर डॉ आव्हाड ने ट्वीट किया है |
अगर प्रज्ञा किसी बीमारी से पीड़ित नहीं थी, तो वह 9 साल में 6 साल तक अस्पताल में कैसे रह सकती थी ?
पुलिस, जांच एजेंसियों, अदालत, डॉक्टर ने इस पर आपत्ति क्यों नहीं की ?
किस तरह का राजनीतिक दबाव था और अदालत ने बीमारी का प्रमाण पत्र देने के लिए जमानत कैसे दी ?
तो वही दूसरी ओर, छगन भुजबल दर्द से परेशान थे ; उन्हें लीवर की गंभीर बीमारी थी फिर भी, उन्हें जमानत नहीं दिया गया  था  इलाज की आवश्यकता होने के बावजूद, सरकारी अस्पताल में भर्ती कराने  के बजाय उन्हें अदालत में भेजकर उनकी मृत्यु की प्रतीक्षा कर रहे थे प्रज्ञा ठाकुर के साथ एक न्याय और छगन भुजवल के साथ दुसरा न्याय  क्यों किया गया इस बात की जांच की मांग  डॉ जितेंद्र आव्हाड  ने ट्वीट करके किया |