काकड परिवार के पुत्रों ने अपने पैसे से दुरूस्त किया रास्ता 

मुंबई |      पुलिस विभाग एवं शिक्षा विभाग में जनहित में काम करने वाले काकड परिवार की पहचान मुंबई से नाशिक तक सामाजिक , धार्मिक एवं शैक्षणिक कार्यों की वजह से है वरिष्ठ समाजसेवी हरिभाऊ काकड परिवार के मुखिया हैं उनके मार्गदर्शन में संपूर्ण परिवार मानवहित में लगा रहता है इसका ताजा उदाहरण नीर्हले से पारेगाव तक दुरावस्था वाले रास्ते को उनके पुत्र चांगदेव हरिभाऊ काकड ने स्वयं खर्च से दुरूस्त करवाया , शासन ने पिछले सोमवार से सभी मंदिर , प्रार्थना स्थल खोल दिए हैं फलस्वरुप यहां के बुवाजीबाबा देवस्थान जाने के लिए रास्ता ठीन न होने की वजह से सभी श्रद्धालुओं को असुविधा हो रही थी , इस वर्ष भारी वर्षा होने की वजह से ग्रामीण भाग के रास्ते खराब हो चुके हैं नीर्हाले से पारेगाव रास्ता नीर्हले के गणमान्य वरिष्ठ समाजसेवी हरिभाऊ काकड के पुत्र चांगदेव काकड ने स्वयं खर्च से दुरूस्त करवाया और निमोण की ओर से आशापीर बाबा देवस्थल‌ की ओर आने वाला रास्ता भी शरद भीमाजी काकड ने अपने स्व खर्च से बनवाया , गौरतलब हो कि संपूर्ण काकड परिवार ही सेवाभावी है हरिभाऊ काकड के सबसे बड़े पुत्र बालासाहेब काकड (पूर्व सहाय्यक पुलिस आयुक्त , मुंबई) , दूसरे पुत्र चांगदेव काकड , तीसरे पुत्र राम भाऊ काकड मुंबई के दिग्गज शिक्षक नेता हैं चौथे पुत्र सोपान काकड तेज तर्रार सहाय्यक पुलिस इंस्पेक्टर हैं वहीं हरिभाऊ काकड के भाई स्व. भीमाजी काकड के बड़े पुत्र भरत काकड लोकप्रिय शिक्षक नेता हैं मझले पुत्र शरद काकड और सबसे छोटे पुत्र तुकाराम काकड अपनी सेवा भावना की वजह से समाज में विशेष स्थान रखते हैं वही काकड परिवार की वर्तमान पीढ़ी बहुत ही प्रतिभाशाली है घर की महिलाएं शिक्षा क्षेत्र में विशेष स्थान रखती हैं      |