कोरोना मरीजों की बेहतरी के लिए ठाणे सिविल अस्पताल को पौष्टिक खाद्यान्न प्रदान : ‘मारवाड़ीज इन ठाणे’ की समाजसेवी मुहिम

ठाणे |  मारवाड़ीज इन ठाणे वेलफेयर की संस्थापक-अध्यक्ष श्रीमती सुमन अग्रवाल के कुशल मार्गदर्शन मे चल रहे इस समाजसेवी अभियान के क्रम के तहत जिला प्रशासन व ठाणे सिविल अस्पताल की सिविल सर्जन के अनुरोध पर जिले के इस  सबसे बडे सरकारी अस्पताल को यहां इलाज के लिए भर्ती कोविड-19 के मरीजों के मददार्थ
खाद्यान्न सामग्री प्रदान की गई , जिसमें रवा, मैदा, शक्कर, देशी घी, सेवई, गुड, साबुन, मिनरल वाटर आदि का समावेश था , गौरतलब है कि जिले का सबसे बडा सरकारी अस्पताल होने के कारण ठाणे सिविल अस्पताल मे खासा संख्या मे कोविड-19 के मरीज उपचार के लिए भर्ती हैं , अकेले ठाणे मनपा सीमा क्षेत्र मे कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 250, मीरा-भाईंदर मे 146, नवी मुंबई मे 132 और कल्याण-डोंबिवली मनपा सीमा क्षेत्र मे मरीजों का आंकड़ा 129 है।

भारत समेत विश्व भर के देशों मे तबाही का कहर ढहा रही कोविड-19 महामारी से संक्रमित मरीजों की संख्या जहां महाराष्ट्र मे लगभग 9000 तक पहुंच चुकी है , वहीं देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के औद्योगिक हब माने जाने वाले ठाणे जिले मे यह आंकड़ा 700 पार कर लिया है , ठाणे मनपा सीमा क्षेत्र मे कोविड-19 महामारी की चपेट मे आए मरीजों की संख्या करीब 250 हो चुकी है , इस भयावह महामारी पर काबू पाने के लिए जारी अब तक के सबसे लंबे लॉकडाऊन का आम जनजीवन पर सबसे बुरा असर पडा है , खासकर, लॉकडाऊन के चलते सब-कुछ बंद होने से कामकाज और रुपए-पैसे के अभाव मे प्रवासी दिहाड़ी मजदूरों सहित असंगठित क्षेत्र के गरीब कामगारों पर भुखमरी की नौबत बन आई है , लिहाजा, संकट की इस गंभीर घडी मे इन जरूरतमंदों की मदद के लिए विविध स्तरीय सरकारी महकमों के साथ कई सामाजिक संगठन भी कंधे-से-कंधा मिलाकर मानवीयता की अहम भूमिका निभा रहे हैं, जिनमें मारवाड़ीज इन ठाणे वेलफेयर संस्था समेत मारवाडी समाज के अनेक समाजसेवी संगठनों का भी समावेश है , बीते कई दिनों के भीतर मारवाडीज इन ठाणे वेलफेयर संस्था ने गरीब-जरूरतमंदों की बस्ती मे जा कर उन्हें खाद्यान्न सामग्री की किट वितरित की और आवश्यकतानुसार यह सिलसिला लगातार जारी है , सुमन अग्रवाल ने इस कार्य को समाज के प्रति अपना फर्ज बताते  हुए कहा है कि इसी तरह मिल-जुलकर तथा एक-दूसरे का साथ देकर हमें कोविड-19 को हराना है और यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है ।