गणराया के प्रति अनोखी आस्था
ठाणे | ठाणे शहर के उन क्षेत्रों में जहां अभी भी आदिवासी परंपरा कायम है वहां भी गणेश उत्सव का आयोजन आदिवासी समाज के लोग पारंपरिक पद्धति से कर रहे हैं आदिवासी समाज में गणराया के प्रति अनोखी आस्था हजारों वर्षों से बनी हुई है जिसका निर्वहन शहरी जीवन में भी आदिवासी समाज कर रहे हैं इसी क्रम में मुंब्रा के देवळीपाडा में आदिवासी परिवार के सुरेश रोज , रतन रोज , नितीन गवळी , सुरेश फरले के घरों में इस बार भी गणपति स्थापित किया गया है अन्य सालों की भांति इस बार कोरोना के कारण आदिवासी परिवार भी पूरी सादगी के साथ गणेशोत्सव मना रहे हैं |
दूसरी ओर इन आदिवासी परिवारों में के घरों में स्थापित गणपति का दर्शन कांग्रेश अनुसूचित जमाती विभाग के ठाणे शहर जिला अध्यक्ष विश्वनाथ किसन किरकिरे ने किया , इस अवसर पर सचिन रोज अध्यक्ष ब्लॉक क्रमांक 12 एस.टी. सेल व मारुती किरकिरे ब्लॉक अध्यक्ष 11 एस.टी. सेल व नरेश रोज के साथ ही अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे , आदिवासी वारली समाज के अध्यक्ष दत्तात्रेय भूयाल के कापूरबावडी स्थित घर में स्थापित गणपति का भी दर्शन विश्वनाथ किसन किरकिरे ने किया |