गीतकार उमेश मिश्रा का भव्य एकल काव्यपाठ हुआ संपन्न

ठाणे  |  मुंबई द्वारा संचालित अखिल भारतीय काव्य मंच के तत्वावधान में दिनांक 3 सितम्बर 2020 गुरूवार को ठाणे के मशहूर शिक्षक , गीतकार , मंच संचालक उमेश मिश्रा का एकल काव्यपाठ फेसबुक धमाल कर दिया , फेसबुक पर लाइव काव्यगंगा मे हजारों श्रोताओं ने अभिवादन कर उमेश जी को खूब आशीर्वाद प्रदान किया , उक्त गोष्ठी का आयोजन मुंबई के वरिष्ठ शिक्षक , कवि संस्था के संस्थापक अंजनी कुमार द्विवेदी के सानिध्य में एवं अतुल सिंह अक्स के संयोजन में संपन्न हुआ , मिश्रा जी के द्वारा सुनाये गये गीतों की कुछ पंक्तियाँ  –

(1) अयोध्या में भगवान राम के आलय का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ, उस पर उन्होंने राम का वंदना किया

आओ मिलकर करे वंदना,
दसरथ नंदन राम की ।
जनक नंदिनी सीता जी की,
और अयोध्या धाम की ।।

(2) मां की महिमा का गुणगान करते हुए उन्होंने कहा

माँ के चरणों में ही,ए दुनिया सारी है।
माँ अंबर से ऊंची, धरती से न्यारी है ।।

(3) जब धारा 370 हटा तब कश्मीर पर कविता करते हुए कहा

तन मन सभी का पावन होगा।
दृश्य बड़ा मन भाव न होगा ।।

(4) भगवान श्री राम के पश्चात श्री कृष्ण पर सवैया सुनाकर खूब वाहवाही लूटी

गोद उठाय लई ललना,यशोदा मन मे हरषाय रही है।
देखी छटा मुरलीधर की,मन ही मन में मुसकाय रही है ।
मोर का पंख ललाट सोहे,वंशी निज तान सुनाय रही है।
तीनों लोक के स्वामी हैं जो,मैया निज गोंद उठाय रही है ।।

ऐसे ही घंटों तक एकल काव्यपाठ चलता रहा और पटल पर हौसला अफजाई होती रही और अंत में अंजनी कुमार द्विवेदी ने पटल पर उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया और गोष्ठी का समापन किया ।