ग्राम प्रधान और अधिकारियों के उदासीनता की भेंट चढ़ रह ताड़ीबड़ा गांव

बलिया |     जिले के नगरा थाना क्षेत्र ताड़ीबड़ा गांव के बड़की मधुइया में बारिश से वीर बहादुर का कच्चा मकान गिर गया इस दौरान वीर बहादुर , उनकी पत्नी सरोज और 6 वर्ष का बेटा आलोक मलबे में दब गया स्थानीय लोगों ने तीनों लोगों को किसी प्रकार से दीवार हटाकर बाहर निकाला और आनन – फानन में तीनों को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगरा ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार कर उन्हें जिला अस्पताल बलिया रेफर कर दिया वही ग्रामीणों ने प्रधान पर आरोप लगाते हुए बताया कि प्रधान हम लोगों के गरीब खाने में सिर्फ वोट के समय आया करते हैं ताड़ीबड़ा गांव में कुल 32 टोला होने के कारण छोटे – छोटे पुरवा बसे हुए हैं जहां पर हम गरीबों के यहां प्रधान किसी भी विपदा के समय में नहीं आते यही नहीं ग्रामीणों ने राजस्व विभाग और विभाग के कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि हम लोगों के आगे – पीछे कोई नहीं होता हम लोग अपने भाग्य को हर समय कोसते रहते हैं यदि प्रधान ने समय से आवास आवंटन कर दिया होता तो आज यह घटना नहीं घटित होती ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम प्रधान इस विपदा के समय में भी हम लोगों की दुर्दशा देखने नहीं आए 100 मीटर का जलजमाव पार करके ही हम लोग एंबुलेंस की सहायता ले पाते हैं यहां सड़क निर्माण के लिए कई बार ग्राम प्रधान से सिफारिश की गई लेकिन ग्राम प्रधान यहां आते ही नहीं हैं इस संबंध में ग्राम प्रधान ने बताया कि लगातार हो रही बारिश से हमारे यहां कई घरों में जलजमाव हो गया है गांव में 32 टोला का पुरवा है जिसमें हम हर जगह नहीं जा पाते और जब बड़की मधुइया में वीर बहादुर की दशा को पूछा गया तो प्रधान ने बताया कि इस समय उनका परिवार अत्यंत ही दुखित है जिनका इलाज जिला अस्पताल बलिया में कराया जा रहा है   |

रिपोर्ट : उमाकांत विश्वकर्मा