रिश्तेदारों के दस्तावेज पर दर्जनों बाइक फाइनेंस करवाकर बेचने वाला फरार

मड़ियाहूं । मड़ियाहूं कोतवाली के एक कोचिंग संचालक द्वारा फइनेन्सर के साथ मिलकर दर्जनों लोगो के नाम पर बाइक फाइनेन्स करा लिया ,  लोगो को इसकी जानकरी तक हूई जब पैसा जमा करने के लिये नोटिस आयी , घटना से घबराये लोगो ने पुलिस को तहरीर दी है।
ऐसा ही एक मामला कसबे में रहने वाले प्रियांशु विश्वकर्मा के साथ भी घटित हुआ है राकेश गौतम पुत्र रघुनाथ गौतम ने अपने रिश्तेदार के नाम पर बाइक फाइनेंस करवाकर धोखे से प्रियांशु को ४९ हजार में बेच दिया , हफ्तों तक जब ट्रांसफर के लिए डाकुमेंट नहीं मिलने पर तथा राकेश द्वारा आनाकानी करने पर जब शक हुआ तो पीड़ित ने एजेंसी से जानकारी ली ,जानकारी मिलने पर पीड़ित के पैरो तले जमीं खिसक गई पता चला की वहां फाइनेंस पर निकली गई है जबकि राकेश ने बेचते समय इसकी जानकारी नहीं दी थी , जानकारी होते ही पीड़ित ने दर्ज करवाया मामला
राकेश द्वारा ठगे जाने की जानकारी होते ही पीड़ित ने कोतवाली में दर्ज करवाया मामला ,मामले को संज्ञान में रखते हुए राकेश गौतम ने कोतवाली में सिपाही सर्वेश व् सिपाही अनिल सिंह के सामने पैसा वापस कर बाइक वापस लेने की बात कबूल कर २ किश्तों में पैसा देने की बात कही , तय तारीख बीत जाने पर पीड़ित ने कोतवाली में दूसरी बार तहरीर दी , पर न तो राकेश को पकड़ा गया न ही कोई कार्यवाही हुई ! जबकि बाइक लेने वाले पीड़ित के पास सारे पेपर (गाड़ी का पेपर , कोतवाली में दी हुई २ बार की तहरीर ,राकेश द्वारा दिया गया बेचिनामा ) मौजूद है बावजूद इसके फाइनेंस रिकवरी वाले पीड़ित के घर ६ से ७ लोगो के साथ पहुंचकर गाड़ी ले जाने की जिद के साथ ही अभद्रता करते है जबकि जिसके नाम पर वाहन है वो घर पर ही मौजूद है उसके पास जाने की बजाय पीड़ित के पास वाहन ले जाने आते है , गाड़ी न देने पर रिकवरी टीम मड़ियाहूं कोतवाली में जबरन गाड़ी लेने के लिए पीड़ित को बाध्य करवाया गया , बतादे की फाइनेंसर के साथ मिलकर किया गया दर्जनों बाइक की धोखाधड़ी करने वाला राकेश का पता लगाने के लिए कुछ भी कदम अब तक नहीं उठाया गया है ,और न ही पीड़ित द्वारा दी गई तहरीर पर ही कोई कदम उठाया गया , ऐसे में पीड़ित के पास सारे कागजात होने पर भी ४९ हजार रूपये डूबने की कगार पर आ गया है !
शुश्बू यादव पुत्री बृजेश कूमार निवासी हरिदाहा पुर थाना बरसठी व प्रीत मौर्या पुत्री उदव चंद्र मौर्या निवासी फुलवारी थाना भदोही अपने ननिहाल जयरामपुर थाना मड़ियाहूं मे रहकर पढ़ती हैं , यहीं पर दोनों कोचिंग भी करती ​थी छात्राओं ने पुलिस को तहरीर दिया कि मिरदहां मोहल्ला निवासी राकेश गौतम पुत्र रघुनाथ गौतम व्यक्ति उन्हे कोचिंग में पढ़ाता है।

स्कालशिप दिलाने के नाम पर उनसे उनकी आईडी,आधार कार्ड, पैन कार्ड फोटो, निवास प्रमाण पत्र व बैंक खाता नंबर ले लिया करता था , इसके बाद दिये गये प्रमाण पर फाईनेन्सर द्वारा मोटरसाइकिल फाइनेन्स करा लिया , जब रिकवरी घर आई तो पता चला।

जानकारी अनुसार पता चला है कि अभी भी कई लोगो के नाम से गाड़ियां चल ही हैं रिकवरी मैनेजर द्वारा बताया गया कि कुल 13 गाड़ी निकाली गयी है , जिसमे राकेश द्वारा कुछ गाड़ियां अपनी पत्नी व कुछ खुद के नाम से फाईनेन्स कराई और कुछ छ़ात्राओं से स्कॉलरशिप के नाम से निकाली गयी हैं , जिस पर रिकावरी मैनेजर ने बताया कि इन सभी मोटरसाईकिल का पैसा रिकवर नहीं हुआ है , इन सब मोटरसाईकिल मे कुछ किश्ते जिनके नाम से गाड़ी दर्ज थी उनके बैंक खाते द्वारा कम्पनी ने कुछ लागों कि 1 या दो किश्ते ली जा चुकी हैं , जिसमे एक के बाद एक गाड़ियो की तदाद बढ़ती जारही है , रिकवरी करने वालो से जब पूछा गया की फाइनेंसर पर अपने क्या कारवाही की है तो उनका जवाब था की वो एजेंसी वाले जाने ,जबकि यह पूरा का पूरा मामला सबके संज्ञान में किया गया है जब सबके सामने परत दर परत मामला खुला तो हीरो मोटरसाईकिल के फाइनेंसर और धोखाधड़ी करने वाले राकेश गौतम को फरार बताकर पल्ला झाड़ लिया गया है और रिकवरी वाले दुसरो को परेशां कर रहे है उनके पास न किसी आदेश का लेटर है न ही कोई कागजात जबरजस्ती वाहन खिचवाकर ले जा रहे है  ।