तंत्र मंत्र करने के शक में हुई शोखा की निर्मम हत्या

गोला / गोरखपुुुर   । जोखन प्रसाद  ।

13 दिनों बाद हुआ चुन्नी लाल विश्वकर्मा हत्या कांड का खुलासा

* ननिहाल में रहने वाले दो युवकों ने की हत्या *

गोला थाना क्षेत्र के अहिरौली गांव में दो सप्ताह पहले 70 वर्षीय शोखा के हत्या के मामले का गोला पुलिस ने किया खुलासा , दो हत्या आरोपीयों को हत्या में प्रयुक्त हथियार के साथ गिरफ्तार कर भेजा जेल , सोमवार को गोला कोतवाली में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसपीआरए ग्रामीण विपुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया की 70 वर्षीय चुन्नी लाल विश्वकर्मा की हत्या अंधविश्वास व तंत्र मंत्र के कारण हुई  ।

मृतक शोखईती व झाड़ फूंक का कार्य करता था  उन्होंने बताया कि हत्या अभियुक्त 18 वर्षीय मुन्ना विश्वकर्मा पुत्र नगीना विश्वकर्मा निवासी वेली खुर्द थाना बेलघाट और 19 वर्षीय प्रदुम्न यादव पुत्र रामदुलारे यादव निवासी बाड़ेपार थाना गोला को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा हत्यारों के निसानदेही पर हत्या में प्रयुक्त धार दार हथियार को घटना स्थल से 400 मीटर दूर एक पोखरे से बरामद कर लिया गया , हत्या आरोपीयों पर धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया ।

*जादू टोना करने के शक में हुई शोखा की हत्या*

एसपीआरए विपुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दोनो हत्या अभियुक्त ग्राम अहिरौली अपने ननिहाल में ही रहते थे , मुन्ना विश्वकर्मा मृतक के भाई शंकर विश्वकर्मा का नाती था , उसने बताया कि चुन्नी लाल विश्वकर्मा ने उसके ननिहाल पर जादू टोने कर दिया था जिसके वजह से उसकी मामी को बच्चे नही हो रहे थे और यह बात किसी शोखा ने उसे बताई थी , वहीं दुसरे हत्या अभियुक्त प्रदुम्न यादव ने भी अपने परिवार पर मृतक के द्वारा तंत्र मंत्र करने की बात कही , दोनों हत्या आरोपी एक दुसरे के अच्छे दोस्त थे , दोनों कई दिनों से मृतक शोखा को मारने की तैयारी कर रहे थे , 7 अप्रैल को जब दोनो खेत की कटाई कर के घर आ रहे थे तब दोनों ने मृतक को खेत पर देखा , हत्या अभियुक्त मुन्ना वहीं खेत पर रूक गया तथा प्रदुम्न हत्या में प्रयुक्त हथियार लेने घर चला गया   रात करीबन 10 बजे दोनों ने मृतक शोखा के उपर हमला कर के हत्या कर दी और हथियार को तालाब में फेंक कर घर चले गयें  ।

*हाथ पर लगे चोट से पकड़े गये हत्यारे*

क्षेत्राधिकार गोला श्याम देव बिन्द ने बताया कि हत्या अभियुक्तों की तलाश सभी कोणों से कि जा रही थी हत्या स्थान से तालाब तक लगातार खून की बूंदे गिरी हुई थी जो यह पक्का कर रही थी की हत्या करने वाले को भी चोट आई है , मुखबिरों से सूचना मिली को मुन्ना विश्वकर्मा हत्या के दो दिनों बाद तक हाथ में रूमाल बांध कर घूमता नजर आया था , उसके बाद वह अपने गांव वेली खुर्द थाना बेलघाट चला गया था , पुलिस उसकी तलाश में उसके गांव गई और उसे पूछ ताछ के लिये थाने लेकर आई जहां उसने बताया कि हथियार से पहले हमले में मृतक पिछे हट गया जिसके वजह से उसके बांये हाथ के पंजे में चोट आ गया और खून तालाब तक गिरता गया ,  दुसरे हमले में शोखा का अंगूठा कटने के साथ गर्दन भी कट गयी  ।

*गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम का नाम*

हत्या अभियुक्तों को गिरफ्तार करने व हत्या के खुलासे के लिये क्षेत्राधिकार गोला श्याम देव बिन्द ने पुलिस टीम का नेतृत्व किया , वंही पुलिस टीम में थानाध्यक्ष गोला हेमेंद्र पाण्डेय, उप निरीक्षक कादिर, विवेक कुमार मौर्य, हेड कांस्टेबल सुभाष यादव, कांस्टेबल दिनेश कुमार प्रजापति तथा महिला कांस्टेबल नीमा यादव शामिल रहें  ।