पं. नेहरू की गलती से कश्मीर मुद्दा बन गया था नासूर  – विनोद तावडे़

ठाणे  । जहां देश को आजाद कराने में गांधी और जवाहरलाल नेहरू की अहम भूमिका रही है वही  देश के प्रथम प्रधान मंत्री जवाहरल लाल नेहरू की गलत कश्मीर नीति की बदौलत ही कश्मीर को एक विशेष राज्य का दर्जा देकर समान्तर राष्ट्र के अधिकार देने पड़े थे , यहां तक कि कश्मीर का झंडा भी भारत के तिरंगे झंडे के साथ ही फहराया जाता था |


यह विचार हैं महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े के, जो सोमवार को ठाणे शहर के वागले इस्टेट रोड क्रमांक 16 में,केबीपी महाविधयालय में विधार्थियों के साथ कॉफ़ी विथ यू कार्यक्रम में छात्र छात्राओं के बीच चल रहे एक संवांद कार्यक्रम में उपस्थित हुए थे |

इस अवसर पर ठाणे भाजपा विधायक संजय केलकर ,बीजेपी शहर अध्यक्ष संदीप लेले ,विधायक निररंजन डावखरे ,नगरसेवक मुकेश मोकाशी, नारायण पवार ,भारत चव्हाण तथा कॉलेज के निदेशक सचिन मोरे अदि उपस्थित थे , ठाणे के केबीपी कॉलेज में यह कार्यक्रम अखिल भारतीय युवा मोर्चा द्वारा आयोजित किया गया था   |

राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने विधार्थियों को बताया कि देश के प्रथम प्रधान मंत्री की वजह से कश्मीर में धारा 370 लागू की गई और शेख अब्दुल्ला को प्रधान मंत्री का दर्जा देना पड़ा था ,  लेकिन प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से जहां पूर्व में लाल चौक में तिरंगे झंडे का अपमान होता था ,वही सम्मान मोदी ने हमें वापस लौटाया है |

उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति का भारत में आना बहुत बड़ी घटना मानी जाती थी , लेकिन मोदी के कारण आज अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प को भी अपने चुनाव प्रचार के लिए भारत के प्रधान मंत्री की मदद की जरूररत पड़ गई ,यह देश के लिए एक सम्मान की बात है |
राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े आज सोमवार को ठाणे के केबीपी कॉलेज में छात्र छात्राओं से सीधे संवाद करने आये थे , उन्होंने उनके विचार सुने तथा उनके सवालों के उत्तर भी दिए , एक सवाल के जबाब में तावड़े ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में अधिकतर जनप्रतिनिधियों पर ही सवाल उठाये क्यों जाते हैं | जबकि प्रशासनिक अधिकारी अथवा कोई न्यायधीश दोषी होने पर भी साफ बच निकलता है , उन्होंने कहा कि जस्टिस रामास्वामी के मामले में यह अपवाद है ,लेकिन उन्हें भी पूर्ण दंड का भागी नहीं बनाया गया था |
उन्होंने आगे कह कि विडंबना का विषय है कि विकास के कामों को बाधित करने के लिए भी राजनीति की जाती है , कोई पक्ष यह कहकर मेट्रों रेल को रात में बनाने से रोक देता है कि ध्वनि प्रदूषण होता है , और यह भी कहा जाता है कि लोगों की नींद में खलल होता है , और दूसरा पक्ष मेट्रो निर्माण का कार्य दिन में इसलिए नहीं होने देता क्यों कि यातायात बाधित होता है , परंतु समस्या का निदान कोई भी नहीं करना चाहता है |
एक छात्र द्वारा जब पूछा गया कि परीक्षा में फ़ैल होने के बाद परीक्षार्थी उसी पेपर में पुनः अवलोकन में कैसे पास हो जाता है , उन्होंने कहा कि हजारों उत्तर पुस्तिका क्षेत्र में भी उपलब्ध है , एक छात्रा के सवाल में तावड़े ने बताया कि जो विधार्थी कॉलेज में पढ़ाई के साथ -साथ व्यावसायिक कोर्स भी कर रहे हैं ,उनके लिए निजी संस्थानों की मदद से व्यावसायिक पढ़ाई हेतु वित्तीय मदद दी जा सकती है , तो वही तावड़े ने यह भी कहा कि जो पिछली सरकार सत्तर सालो में नही कर पाई वो मोदी सरकार ने कर दिखाया है  ।