प्रमोसन के चक्कर मे पागल हुआ डॉक्टर दिया फोन पर पत्रकार को धमकी 

महाराजगंज / पंकज मणि त्रिपाठी |       जनपद महाराजगंज फरेंदा सी.एच.सी. बनकटी के डॉक्टर हीरालाल का उनके तबादले व नर्स स्टॉप पर रिस्वत खोरी के मामले पर खबर बड़ी ही प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था और खबर जैसे ही प्रकाशित हुआ तो सी.एच.सी. बनकटी के डॉक्टर हीरालाल आग बबूला हो कर पत्रकार के उत्तर प्रदेश प्रभारी को फोन करके अपने फोन नम्बर 9839434877 से मानहानि का मुकदमा करने की धमकी देने लगे लेकिन डॉक्टर ने अपने व अपने घुसखोर स्टाफ नर्स के बारे में न सोचते हुए बल्कि अपनी ही बातो को सुनते रहे आपको बताते चले कि बनकटी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बैठी जैबुन्निसा का एक पुराना मामला था जो एक व्यक्ति से 5000 का सौदा किया गया था और इसकी वीडियो किसी ने बना कर वायरल भी किया था लेकिन डॉक्टर को तो अपने नर्स की चिंता पड़ी हुई है न कि उसकी कोई जानकारी ली और न ही मामले की जाँच की गई जबकि पीड़िता द्वारा उनको 7 नवम्बर को ही प्रार्थना पत्र दिया गया था फिर भी जब कोई कार्यवाही नही की गई तो पुनः 18 दिसंबर को एक और प्रार्थना पत्र दिया गया , मीडिया में बहुत तेजी से ये खबर प्रकाशित भी किया गया था लेकिन कोई कार्यवाही नही की गई जबकि सूबे के मुखिया का मुख्य नारा हैं भ्रष्टाचार मिटाना हैं लेकिन उन्ही के अधिकारी सह पर ऐसा हो रहा कि पीड़िता दर बदर भटकने पर मजबूर है और भ्रष्टाचारी मलाई काट रहे हैं      |

आगे क्या हुआ और क्यों हुआ ?

जनपद के सी.एच.सी. बनकटी पर तैनात डॉक्टर हीरालाल का गैर जनपद स्थानांतर होने पर बड़ी ही प्रमुखता से खबर प्रकाशित हुआ लेकिन खबर को देख कर डॉक्टर साहब के परख्च्चे जैसे उड़ गए और उस रिपोर्टर के उत्तर प्रदेश प्रभारी के पास फोन करके मानहानि का मुकदमा करने की धमकी देने लगे , वही जब मामले की पूरी जानकारी डॉक्टर से रिपोर्टर के उत्तर प्रदेश प्रभारी पूछने व लेने लगे तो डॉक्टर ने आना कानी करना सुरु कर दिया व जिले के आला अधिकारी cmo की बात करने लगा कि मैंने (उपरोक्त) मामले की जानकारी 4 दिन पहले दे दिया था , जब पुनः फिर फोन पर उत्तर प्रदेश प्रभारी लेने लगे की साहब मामला 1 माह लगभग पुराना है और आप जानकारी 4 दिन पहले क्यों लिए क्या आपको पता नही था तो डॉक्टर साहब ने अपनी बातों को घुमाते हुए कहा की मेरा फोन आ रहा है और मैं बात करके आपको फोन करता हु जब यह बात सामने आई तो उनसे पूरी जानकारी की मांग की तो उन्होंने कहाँ की अभी आपको भेज देता हूं पर 12 घंटे से अभी तक वह जानकारी भेज ही रहे है     |

अब सबसे चौकाने वाली बात 

  1. सी.एच.सी. बनकटी के मामले में जब जिले के महकमे अधिकारी को पता था तो आखिर कार्यवाही क्यों नही हुई ?
  2. आखिर कौन सी बात थी ?
  3. आखिर वजह क्या थी ?
  4. क्या वह भी इस मामले को जानते थे ?
  5. क्या वह जान कर भी अंजान बन रहे थे ?
  6. क्या उनको बनकटी के डॉक्टर ने बताया नही था ?
  7. अगर बताया था तो इस मामले की जानकारी आखिर क्यों दबाई गई और मीडिया के सामने क्या सच था और क्या झूठ था लाई क्यों नही गई ?
  8. आखिर किस वजह से मामले में बिलंब किया जा रहा हैं और उसी हास्पिटल के डॉक्टर का प्रमोसन करके गैर जिले स्थांतर किया गया ?

दो शब्द सूत्रों के 

वही अगर बनकटी के सामने सभी मेडिकल स्टोर की बात करे तो वहाँ भी कुछ मेडिकल स्टोर बिना किसी दस्तावेज से चलाए जा रहे है और इन मे से कुछ मेडिकल स्टोर बन्द भी करवाए गए है क्या इन सब पर नजर नही पड़ता है उच्चधिकारि क्या इसपर कार्यवाही करने से डरते है या फिर कोई राज है     |