भारत की साहित्य परम्परा” पर व्याख्यान के साथ हुआ साहित्यकारों का सम्मान

ठाणे   ।    कल्याण (पश्चिम) में अखिल भारतीय साहित्य परिषद महाराष्ट्र एवम् सुरजू सिंह मेमोरियल कॉलेज आफ एजुकेशन एण्ड रिसर्च,कल्याण के संयुक्त तत्वावधान में “भारत की साहित्य परम्परा” पर व्याख्यान एवं साहित्यकार सम्मान समारोह का आयोजन रविवार 10 नवम्बर 2019 को किया गया जिसकी अध्यक्षता मा•अंजनी कुमार सिंह (प्रबंधक- सुरजू सिंह मेमोरियल कॉलेज) करेंगे और विशिष्ट अतिथि के रूप डाॅक्टर दिनेश प्रताप सिंह (राष्ट्रीय मंत्री- अ•भा•सा•प•) उपस्थित थे  ।

प्रमुख वक्ता के रूप में अखिल भारतीय साहित्य परिषद महाराष्ट्र के राष्ट्रीय महामंत्री मा• ऋषि कुमार मिश्र उपस्थित थे , उक्त समारोह की संयोजन प्रक्रिया की जिम्मेदारी डाॅक्टर उमाशंकर पाल,शैलेन्द्र प्रसाद सिंह व हरिश्चंद्र सिंह जी की रही , साहित्यकारों को सम्मानित करने से पूर्व डाॅक्टर दिनेश प्रताप सिंह ने कहा “साहित्य सम्मान पुस्तक विक्रेताओं,,पुस्तकों के पाठकों व लेखकों को दिया जाना चाहिए और मंच से ऐसे सभी साहित्यकारों को सम्मानित किया गया जिनमें वरिष्ठ साहित्यकार, गीतकार रामस्वरूप साहू, गीतकार,साहित्यकार जय प्रकाश मिश्रा,विनय शर्मा “दीप”,संतोष पाण्डेय,रामप्यारे सिंह रघुवंशी, अनिल कुमार राही,किरण जोगलेकर,प्रवीण देशमुख,रवि गोले,जयंत भडंग आदि प्रमुख रूप से सम्मानित किये गये , अखिल भारतीय साहित्य परिषद महाराष्ट्र के उक्त समारोह का संचालन डाॅक्टर बलवंत सिंह (प्रोफेसर-मंगला हाई स्कूल ठाणे) ने की   ।

व्याख्यान देते हुए ऋषि कुमार मिश्र ने कहा महिला दिवस मनाया जात है पर साथ-साथ महिलाओं का सम्मान करना चाहिए,क्योंकि महिलाएं ही लोकगीत साहित्य विधा को गाती है और इनके माध्यम से साहित्य बलवती होती है , आज के लेखक पूर्ववर्ती साहित्य विधा को नहीं लिख सकते किन्तु महिलाएं पुरानी विधा को जिंदा रखा है , भारत के सभी प्रदेशों में साहित्य की अपनी -अपनी विधाएं हैं जो लोकगीतों के माध्यम से समाज में एक प्रेम स्थापित कराती है,साहित्य ही समाज का दर्पण है   ।

अध्यक्षिय वक्तव्य देते हुए कालेज के प्रबंधक अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि मैं इस कालेज में ऐसे कार्यक्रम प्रतिवर्ष बच्चों के लिए रखता हूँ जिससे शिक्षकों व बच्चों में साहित्य की एक नवीन उर्जा प्रदान हो और बच्चे साहित्यिक विषयों में अच्छे अंक लाकर भारत की साहित्य परम्परा को और आगे ले जायें।अत में संयोजक ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया और कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से किया  ।