मैं मुंबई का बाबु नामक पुस्तक का विमोचन

ठाणे । जीवदया प्रेमी दीन दुखियों का सहारा जिन शासन का अनमोल तेजस्वी सितारा वयोवृद्ध मुनीराज विश्वानंद विजय महराज साहेब अपने जीवन परिचय के 43 चातुर्मास के यादगार पलो को सुशोभित करते हुए एक पुस्तक के रूप में “मैं मुंबई का बाबु”भूले निर्भर लोग के नाम से प्रकाशित कर जन जन तक पहुचाने का निःशुल्क में पुस्तक वितरण का बीड़ा उठाया है और यह पुस्तक गुरुदेव की प्रेरणा दायी है ।