लखनऊ में रही विश्वकर्मा पूजा की धूम

21 सितम्बर  । लखनऊ  ।   भगवान विश्वकर्मा का पूजा समारोह समाजवादी पार्टी कार्यालय लान लखनऊ मे भव्य रूप से मनाया गया , समारोह के मुख्यअतिथि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव जी ने भगवान विश्वकर्मा की आरती एवं पूजाअर्चना की , मुख्यअतिथि श्री अखिलेश यादव जी का स्वागत करते हुए अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्वमन्त्री रामआसरे विश्वकर्मा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को बुके शाल और मोमेन्टो देकर स्वागत किया और उन्हें विश्वकर्मा समाज का संरक्षक और सच्चा हितैषी बताया , श्री विश्वकर्मा ने हजारों की संख्या में एकत्र विश्वकर्मा समाज को सम्बोधित करते हुए कहा कि भगवान विश्वकर्मा ही हमारे आराध्य देव हैं और इन्हीं से हमारी पहचान हैं , भगवान विश्वकर्मा की पूजा हमारे गौरव और सम्मान से जुडा है , भगवान विश्वकर्मा को निर्माण के देवता के रूप जाना जाता है   ।

भगवान शिव को सोने का महल भगवान कृष्ण को द्वारिकापुरी भगवान इन्द्र को इन्द्रपुरी तथा यम को यमपुरी और भगवान राम का पुस्पक विमान का निर्माण भगवान विश्वकर्मा ने किया था , देश और दुनिया के विकास और तकनीकी निर्माण में आज भी विश्वकर्मा वंशजो का बहुत बडा योगदान है , सूचना क्रान्ति के जनक सैम पित्रोदा सरदार पटेल के मूर्ति का प्रारूप वी राम सुतार साइकिल के आविष्कार मैकमिलन तथा होडाकार का आविष्कार करने वाले साइचिरो होंडा सभी विश्वकर्मा समाज के थे  ।

अमेरिका के राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन और भारत के राष्ट्रपति ज्ञानी जैलसिंह विश्वकर्मा समाज में पैदा होकर विश्वकर्मा समाज का नाम आगे बढाया , उनके पौत्र इन्द्रजीत सिंह आज इस समारोह में मौजूद हैं , लेकिन देश व प्रदेश की सरकारों ने विश्वकर्मा समाज के विकास की तरफ ध्यान नहीं दिया ।

आज विश्वकर्मा समाज की आर्थिक सामाजिक व राजनैतिक क्षेत्र में विश्वकर्मा समाज की भागीदारी न के बराबर है , आबादी के अनुरूप लोकसभा राज्यसभा विधानसभा और सरकार में भागीदारी नहीं दी गयी हमारे रोजगार के लिये न तो कानून बनाया गया और न योजनाएं चलायी गयी , आरक्षण के तहत विश्वकर्मा समाज को नौकरी व सम्मान नहीं दिया गया , बंटे और बिखरे होने के कारण आज तक न तो विश्वकर्मा समाज की सामाजिक ताकत बन पायी और न राजनैतिक हिस्सेदारी मिल पायी , समाजवादी पार्टी की सरकार में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी ने विश्वकर्मा पूजा पर सरकारी अवकाश घोषित करके तथा समाज के इण्टर पास विश्वकर्मा समाज के लडको को आईटीआई का प्रमाण पत्र और वर्कशाप के लिये ग्रामसभा का पट्टा देने का आदेश जारी करके समाज की हैसियत बनायी थी जिसे भाजपा सरकार ने निरस्त कर दिया  ।

संगठित नहीं होने के कारण हम अपनी लडाई नहीं लड पर रहे हैं , भाजपाराज में विश्वकर्मा समाज के ऊपर लगातार उत्पीडन अत्याचार और हत्याये हो रही है , श्री विश्वकर्मा ने श्री अखिलेश यादव को सहारनपुर के पत्रकार आशीष धीमान और आशुतोष धीमान की हत्या होने पर उनके परिवार को पार्टी कोष से 5 लाख रूपये देने पर उनका आभार प्रकट किया , श्री विश्वकर्मा ने सभी राज्यो के नेताओं से अपने अधिकारों के लिये सँघर्ष करने और अपना अधिकार लेने के एकजुट होने पर जोर दिया , उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा आपके अधिकार और सम्मान की लडाई में आपके साथ है समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीयअध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश जी के इस घोषणा पर कि समाजवादी सरकार बनने पर गोमती तट पर भगवान विश्वकर्मा का मंदिर बनेगा और विश्वकर्मा पूजा पर छुट्टी, जो भाजपा सरकार ने समाप्त कर दी है,पुनः बहाल किया जायगा तथा जातीय जनगणना कराकर विश्वकर्मा समाज को उनकी जनसंख्या के बराबर अधिकार आरक्षण और सम्मान दिया जायेगा पर श्री अखिलेश यादव जी का धन्यवाद दिया और कहा कि सम्पूर्ण प्रदेश का विश्वकर्मा समाज आपके साथ जुटकर सन् 2022 में आपको मुख्यमंत्री बनायेगा  ।

इस अवसर पर श्री अखिलेश यादव जी ने शिल्पक्रांति पत्रिका और कारपेन्टर न्यूज पेपर तथा विश्वकर्मा चालीसा सीडी का विमोचन भी किया , समारोह में उपस्थित श्री सौरभ विश्वकर्मा सभासद गोरखपुर तथा चंदन विश्वकर्मा पूर्व सभासद ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने पर राम आसरे विश्वकर्मा ने स्वागत करते हुए कहा कि इससे विश्वकर्मा महासभा और समाजवादी पार्टी को मजबूती मिलेगी , उन्होंने श्री अखिलेश यादव की नीतियों तथा नेतृत्व पर आस्था जताते हुए सन् 2022 में श्री अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया समारोह में आये विधानसभा में नेता विरोधी दल सर्वश्री रामगोविन्द चौधरी, पूर्वमंत्री राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल एस.आर.एस. यादव एवं अरविन्द कुमार सिंह एम.एल.सी. का श्री विश्वकर्मा ने स्वागत किया।पूर्वराष्ट्रपति ज्ञानी जैलसिंह जी के पौत्र श्री इन्द्रजीत सिंह तथा विश्वकर्मा पूजा समारोह में विभिन्न प्रदेशों के विश्वकर्मा समाज के अध्यक्ष और प्रभारी श्री संतोष विश्वकर्मा (बंगलुरू), शंकर राव चुरागले (महाराष्ट्र), गंगाराम विश्वकर्मा (मुम्बई), सुरेश बैराठी (जयपुर), भगवान राम फौजी(जोधपुर),कालूराम लोहार (अहमदाबाद), माताराम धीमान (चंडीगढ़), मोहन आचारी (केरल), त्रिवेन्द्र पांचाल (नई दिल्ली), रवीन्द्र धीमान (हरिद्वार), सुभाष राना (झारखण्ड),दिनेश वत्स (नई दिल्ली), मिथलेश विश्वकर्मा (बिहार), रामबाबू विश्वकर्मा (लुधियाना),प्रदीप विश्वकर्मा मुम्बई के.बसंत कुमार (बंगलुरू),बृजेश विश्वकर्मा (सहारनपुर), राजेश विश्वकर्मा (जौनपुर), विश्वनाथ विश्वकर्मा (गोरखपुर), अच्छेलाल विश्वकर्मा (लखनऊ), आशुतोष (बिजनौर),चंदन (गोरखपुर),राकेश (लखनऊ) तथा परशुराम विश्वकर्मा (लखनऊ) का श्री राम आसरे विश्वकर्मा ने स्वागत किया    ।