विश्वकर्मा महासभा ने बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस सेवा सम्मान संकल्प के रूप में मनाया

वाराणसी ।   ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा ने अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस को सेवा सम्मान संकल्प दिवस के रूप में मनाया इस अवसर पर वेबीनार के माध्यम से राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि समाज में पारिवारिक संवेदनहीनता और विद्रूपता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की अब घरों में बेटे बेटियों को अपने बूढ़े मां बाप बोझ लगने लगे हैं उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा देश में वृद्धाश्रमों की बढ़ रही संख्या इस बात का द्योतक है कि बुजुर्गों के प्रति उपेक्षा एवं दुर्व्यवहार का मामला दिनों दिन बढ़ रहा है उन्होंने कहा जिन बच्चों को बड़े अरमान से मां बाप पढ़ा लिखा कर काबिल बनाने की कोशिश करते हैं प्रायः वही बच्चे मां-बाप के अरमानों और भावनाओं पर कुठाराघात करते हुए उनके हाल पर अकेला छोड़ देते हैं जिससे आज देश में एक चौथाई बुजुर्ग अकेले रहने को मजबूर हैं ।

एक रिपोर्ट के अनुसार गावों में 21.38 फीसद एवं शहरों में 25.3फीसद बुजुर्ग अकेले रह रहे हैं उन्होंने कहा बुढ़ापा एक अनिवार्य शारीरिक अवस्था है इस चक्र से सभी को गुजरना होगा इसलिए बुजुर्ग तिरस्कार और बोझ नहीं बल्कि आदर्श सेवा और सम्मान के अधिकारी हैं सरकार की नीतियां और योजनाएं भी इनके लिए अपर्याप्त हैं सरकार को चाहिए कि बुजुर्गों के तिरस्कार को संगीन सामाजिक अपराध घोषित करे वेबीनार में शामिल लोगों में प्रमुख रूप से श्रीकांत विश्वकर्मा डॉ प्रमोद कुमार विश्वकर्मा नंदलाल विश्वकर्मा अरविन्द विश्वकर्मा एडवोकेट दीनदयाल विश्वकर्मा सुरेश विश्वकर्मा एडवोकेट लोचन विश्वकर्मा कालिका विश्वकर्मा राहुल विश्वकर्मा भैरो विश्वकर्मा नागेंद्र विश्वकर्मा आशीष विश्वकर्मा धर्मेंद्र विश्वकर्मा सिद्धार्थ विश्वकर्मा प्रेम विश्वकर्मा रमेश कुमार विश्वकर्मा बिजेंद्र विश्वकर्मा गब्बर राजेश कुमार रामकिशोर विश्वकर्मा विश्वकर्मा विजय विश्वकर्मा पत्रकार राजू विश्वकर्मा पत्रकार सुभाष विश्वकर्मा पत्रकार श्रीमती अनीता विश्वकर्मा शोभा विश्वकर्मा जितेंद्र विश्वकर्मा बृजमोहन दास विश्वकर्मा इत्यादि लोग थे  ।