श्री एकविरा देवी मंदिर की दानपेटी से लूट पाट ट्रस्टी का मुंबई उच्चन्यायालय से रोक लगाने का आग्रह

चंद्रभूषण विश्वकर्मा

ठाणे :-  यह देश आस्था का देश है जहाँ महाराष्ट्र कार्ला-लोनावाला स्थित श्री एकविरा देवी मंदिर एक प्रख्यात मंदिर है जिसमे दानपेटी के ऊपर तश्तरी रखकर दान रकम की लूटपाट स्थानीय पुजारी (गुररव) कर रहे थे ऐऐसी जानकारी ट्रस्टी ने एक पत्रकार परिषद में दी  ।
इस लूट को रोकने के लिए श्री एकविरा देवस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष अनंत तरे ने लगातार प्रशासनिक हस्तक्षेप की मांग की थी आखिर उनका यह प्रयास सफल रहा , उक्त मामले में धर्मदाय सहआयुक्त पुणे ने एकविरा देवी के मंदिर के दानपेटी के ऊपर रखी तश्तरी (ताटा) में दान रकम रखने पर रोक लगा दी है अब देवीभक्त दानपेटी में ही दान रकम डालेंगे ।
ज्ञात हो कि ट्रस्ट अध्यक्ष अनंत तरे, उपाध्यक्ष मदन भोई, सह कोषाध्यक्ष विलास कुटे ने मुंबई उच्चन्यायालय से
आग्रह किया था कि दानपेटी के ऊपर तश्तरी में दान रकम रखने पर रोक लगाई जाए  क्योंकि इससे दान रकम की लूटपाट पुजारी करते हैं यह मामला त्रिसदस्यीय समिति के पास गया जिसके बाद समिति अध्यक्षा एच. वाय. कावले ने इस बाबत पुणे के सह धर्मदाय आयुक्त देशमुख से राय मांगी थी , देशमुख ने कहा था कि दानपेटी के ऊपर तश्तरी रखना अवैध है और उन्होंने आदेश दिया कि इस पर रोक लगाई जाए त्रिसदस्यीय समिति के सचिव और मावल के तहसीलदार रणजीत देसाई ने मंदिर में पुजारी द्वारा दानपेटी पर रखी गई तश्तरी पर रोक लगा दी है ।
इन बातों की जानकारी  देते हुए अनंत तरे ने बताया कि मंदिर के पुजारी को दान की रकम लेने का अधिकार नहीं है परंतु पुजारी (गुरव) दानपेटी पर तश्तरी रखकर दान रकम की लूटपाट कर रहे थे , जबकि दानपेटी में जमा होनेवाली दान रकम में से ७५ प्रतिशत रकम पुजारी को २५ प्रतिशत रकम देवस्थान को मिलता है जबकि २५ प्रतिशत की रकम से भक्तों के लिए विविध सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं तरे ने बताया कि वे इस बात की मांग करने जा रहे हैं कि दानपेटी में जो दान रकम जमा होता है उसका ७५ प्रतिशत हिस्सा देवस्थान ट्रस्ट को मिले  ।
इस पत्र कार परिषद में तरे, भोई, कुटे, मधु शेठ भोईर, मंदाशेठ सालवी, संजय तरे, धनंजय कोली, अरविंद भोईर, मयुरेश कोटकर, धनंजय ह्मात्रे, प्रदीप मोरे, बाला मढ़वी,गोविंद पाटील और दिलीप पााटील के साथ ही अन्य देवीभक्त भी शामिल थे इसके साथ ही तरे ने मांग की है कि  ट्रस्ट में लाभार्थी विश्वस्तों की संखया में कमी की जाए ऐसे विश्वस्तों की कमी कर ट्रस्ट में कोली, आगरी, सीकेपी, दैवज्ञ ब्राह्मण आदि का समावेश किया जाए  इस पहल से देवस्थान के उत्पन्न में बढो़तरी होगी तो वही  दूसरी ओर ट्रस्ट अध्यक्ष अनंत तरे, उपाध्यक्ष मदन भोई, सह कोषाध्यक्ष विलास कुटे ने आरोप लगाया कि कई सालों से देवस्थान की पाईपलाईन से अवैध नल कनेक्शन द्वारा पानी की आपूर्ति होटल, घरों, दुकानों को की जा रही है ।
जिस कारण देवीमां के भक्तों को पानी नहीं मिल पाता है। लेकिन चोरी किए जानेवाले पानी का बिल मंदिर व्यवस्थापन को भरना पड़ता है।जबकि स्वार्थी ट्रस्टी अवैध कनेक्शन से अवैध कमाई करते आ रहे हैं। इसकी शिकायत त्रिसदस्यीय समिति से की गई है श्री एकविरा देवस्थान ट्रस्ट के विश्वस्त विजय देशमुख और पार्वतीबाई शंकर पडवल पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने देवस्थान के पानी की चोरी की है ।
उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर उनका ट्रस्ट से सदस्यता रद्द की जाए , तरे ने इसके साथ ही विश्वस्तों और ग्रामवासियों जिन्होंने देवस्थान ट्रस्ट के वैध भूभाग पर अवैध कब्जा किया है उसे खााली कराकर ट्रस्ट के हवाले किया जाये ।