संकल्पित होकर पराली की समस्या को दूर करना है-अरुण कुमार सिंह

गोरखपुर / जोखन प्रसाद  ।   खेतों मे पराली का जलाना एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है।इससे मनुष्य का जीवन खतरे मे आ गया है , इसके प्रभावी रोकथाम की जरूरत है , आप सबकी सहभागिता से ही इस पर काबू पाया जा सकता है ,  उक्त बातें उपजिलाधिकारी गोला अरुण कुमार सिंह ने गोला ब्लाक के गोपालपुर मे रविवार को आयोजित किसान गोष्ठी मे किसानों को सम्बोधित करते हुए कही   ।

आगे उन्होंने कहा कि पराली जलाने से निकलने वाले धुएं गैस चैंबर के रूप मे परिवर्तित हो जाती है , जो सांस के माध्यम से हम तक पहुंचती है , दम घुटने लगता है , और मनुष्य दम तोड देता है पराली जलाने से खेतों के लिए लाभकारी जीवाणु नष्ट हो जाते है पराली के निष्पादन के लिए सरकार ने व्यवस्था दी है कि किसान अपने खेतों मे गड्ढा खोदकर उसमे पराली को दबा दे , कुछ दिनों बाद वह पराली खाद के रुप मे परिवर्तित हो जाती है  ।

गड्ढा खोदने के लिए सरकार मनरेगा के तहत पैसे भी उपलब्ध करवाती है , इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम केवल कानूनी कार्यवाही करके या लोगों को भय दिखाकर इस समस्या से नही निपटना चाहतें है , हमारा मकसद है कि हम सब संकल्पित होकर देश व समाज हित मे कार्य करते हुए पराली को खेतों मे ना जलाएं बल्कि खाद के रुप मे परिवर्तित कर उसका उपयोग करते हुए आदर्श स्थापित करें , सहायक विकास अधिकारी शैलेस राय ने स्वछता पर बल देते हुए कहा कि हमारा जिला इंसेफेलाइटिस प्रभावित रहा है , जिसके कारण अनगिनत मासूमों ने अपने प्राण गवाएं है , लेकिन इस रोग पर काफी हद तक काबू पाया जा सका है , जिसका कारण केवल साफ सफाई है  ।

इसलिए आप सब अपने आस पास किसी भी प्रकार की गंदगी ना होने दे , और निरोग बनकर रहें , कार्यक्रम की अध्यक्षता व संचालन सचिव रमेश प्रसाद ने किया , इस अवसर पर स्टेनो बाबू अनुप कुमार सिंह,नवनीत श्रीवास्तव, गुलशन सिंह, रोजगार सेवक सुर्य प्रताप सिंह,उमेश कुमार,रामकिशुन,बिजय शंकर राय,रामबृक्ष,सदाबृक्ष,सहित तमाम लोग उपस्थित रहे  ।