सिंचाई विभाग का आंदोलन होगा तेज : प्रदेश अध्यक्ष
गोरखपुर / हर्ष कुमार शर्मा | उत्तरप्रदेश के योगी राज में सिंचाई विभाग के छटनीशुदा चतुर्थ श्रेणी के 218 कर्मचारी नौकरी बहाली को लेकर अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग के कार्यालय पर धरना दे रहे लेकिन न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद भी विभाग सिर्फ कागजी कोरम पूरा कर रहे है और दैनिक वेतन भोगी छटनीशुदा कर्मचारी पिछले कई दशकों से अपनी नौकरी बहाली को लेकर धरना दे रहे लेकिन इनकी आवाज को सुनने वाला कोई नहीं है |
गौरतलब है कि सन 1990 में सिंचाई विभाग के चतुर्थ श्रेणी सैकड़ो कर्मचारीयो में जो दैनिक वेतन भोगी थे उन्हें विभाग ने काम ना होने का हवाला देते हुए नौकरी से निकाल दिया , तब से अब तक यह छटनीशुदा कर्मचारी अपनी नौकरी बहाली को लेकर लगातार न्यायालय से लेकर अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं और धरना देने पर मजबूर हो गए हैं आखिर क्यों ? हालांकि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद इनमें से 58 बर्खास्त कमर्चारियों की बहाली विभाग द्वारा की गई थी लेकिन अभी भी सैकड़ो अपनी नौकरी की राह ताक रहे , इस मामले में न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बावजूद भी सिंचाई विभाग के इंजीनियर सिर्फ कागजी कोरम पूरा करने के नाम पर इनका शोषण और उत्पीड़न कर रहे हैं दुःख की बात यह है कि दशकों की इस लड़ाई में 6 कर्मचारी अपनी जान भी गंवा चुके हैं लेकिन अभी भी बचे हुए कर्मचारियों को कोई भी राहत सिंचाई विभाग द्वारा नहीं मिल पा रहा और वही सरकार सबका साथ और सबका विकास की बात करती है जबकि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह जनपद में यह हाल है कि सिंचाई विभाग के बर्खास्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारीयो की लड़ाई लड़ रहे |
इरीगेशन डिपार्टमेंट इंप्लाइज यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष हुकुम सिंह ने आज आंदोलन को धार देने के लिए गोरखपुर पहुंचे इनके साथ यूनियन के प्रदेश मंत्री भी मौजूद रहे पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा अधिकारियों के बहलावे और छलावे में अब आने वाले नहीं है और उनकी लड़ाई अब आर-पार की हो चुकी है या तो नौकरी मिलेगा या कफन ? देखना यह है कि योगी सरकार इन कर्मचारीयो को नौकरी देती है या कफ़न ?