मुंब्रा को चाहिए कुर्सी पकड़ अधिकारियों से मुक्ति
ठाणे | मुंब्रा कौसा के विकास को कुर्सी पकड़ अधिकारी बुरी तरह से प्रभावित कर रहे हैं मुंब्रा प्रभाग समिति कार्यालय मैं कई ऐसे अधिकारी पद स्थापित हैं जो दशकों से यहां सेवा दे रहे हैं ऐसे अधिकारियों के कारण मुंब्रा के विकास को बाधा पहुंच रही है इस स्थिति को देखते हुए एम.आई.एम. के वरिष्ठ लीडर जावेद सिद्दीकी ने मांग की है कि मुंब्रा कौसा प्रभाग समिति को कुर्सी पकड़ अधिकारियों से मुक्त किया जाए अन्यथा वे न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाने से पीछे नहीं हटेंगे , दूसरी ओर मुंब्रा कौसा के विकास पर कटाक्ष करते हुए जावेद सिद्दीकी का कहना है कि मुंब्रा को शंघाई बनाने का दावा करने वाले नेता या राजनेता या फिर स्थानीय पार्टी पदाधिकारी को सोचना चाहिए कि जब वे मुंब्रा से कौसा तक एक साधारण शौचालय का निर्माण नहीं करवा सकते हैं तो उनके मुंह से शंघाई बनाने का दावा बेतुका बयान मात्र लगता है ऐसे स्टंटबाज राजनेताओं की क्लास लेते हुए जावेद सिद्दीकी का कहना है कि जब भी शौचालय की समस्या को लेकर विभाग अधिकारी के पास गए तो उन्हें बस क्षकोरोना के नाम पर ही बरगलाया जाता रहा |
अधिकारी का कहना था कि कोरोना संकट के कारण शौचालय का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जा सकता है इस पर अपना सवाल खड़ा करते हुए जावेद सिद्दीकी ने कहा कि यदि कोरोना संकट के बीच अलमास गार्डन का उद्घाटन हो सकता है तो सार्वजनिक शौचालय का निर्माण क्यों नहीं हो सकता , प्रशासन की दोहरी नीति पर प्रहार करते हुए सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि मुंब्रा प्रभाग समिति में सेवारत अधिकारी राजनीतिक दलों के लिए ही काम करते हैं यदि इन अधिकारियों को राजनीतिक दलों के लोग खासकर राकांपा के नेता या राजनेता किसी भी तरह के काम के लिए लिखित आग्रह करते हैं तो उनका काम हो जाता है लेकिन अन्य सामान्य नागरिकों को गुमराह किया जाता है यह मुंब्रा कौसा का दुर्भाग्य ही है दूसरी ओर जावेद सिद्दीकी ने कहा कि मुंब्रा से दौसा के बीच मुख्य सड़क के आसपास कहीं भी एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं होने के कारण बाहर से आने वाले लोगों को यहां परेशानी होती है कोरोना के पहले यह समस्या इतनी गंभीर नहीं थी लेकिन कोरोना के कारण मस्जिद में नमाज अदा करने पर रोक लगा दी गई , जिस कारण उसके शौचालय का भी उपयोग सामान्य नागरिक नहीं कर सकते हैं इस स्थिति को देखते हुए सिद्दीकी ने ठाणे मनपा प्रशासन से लिखित तौर पर आग्रह किया था कि मुंब्रा से कोसा के बीच चिन्हित जगहों पर सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया जाए ताकि कम से कम लोगों के कहीं भी पेशाब करने की समस्या का समाधान तो हो जाए मुंब्रा प्रभाग समिति में सेवारत अभियंता गोसावी के कार्यकलापों की आलोचना करते हुए सिद्दीकी ने कहा कि राजनीतिक दल के एजेंट के तौर पर वे काम कर रहे हैं वर्षों से यह अधिकारी एक ही जगह पदस्थापित है उनका तबादला किया जाना चाहिए था लेकिन राजनीतिक पहुंच के कारण वे फायदा ले रहे हैं एक ही स्थान पर कुर्सी से चिपके हुए हैं |