ठाणे में अनोखा तरीका से हुआ विवाह की रस्म पूरी

ठाणे  ।   शहर में लॉक डाउन के चलते जैन समाज द्वारा बिल्कुल सादगी भरा विवाह देखने को मिला , इस समारोह में ना तो बैंड बजे और ना ही कोई बड़ा टेंट लगवाया गया , दूल्हा-दुल्हन की ओर से उनके माता-पिता व पंडित ने उपस्थित रहकर वधु के गृह आंगन में विवाह की रस्म पूरी की , जैन समाज के प्रतिष्ठित समाजसेवी व लेखक जे.के. संघवी ने बताया कि उनके पौत्र राज महेंद्र संघवी की शादी करीबन 6 महीने पूर्व तय हो चुकी थी , लेकिन वर्तमान में कोरोना वायरस को लेकर पूरा देश संतप्त है ।

प्रशासन द्वारा किए गए लाॅक डाउन को मद्देनजर रखकर दोनों परिवारों ने निर्णय लिया कि वर्तमान में समय के साथ चलते हुए हमें शादी बिना आडंबर वह दिखावा के सादगी पूर्ण रूप से करनी है , इसी भावना को ध्यान में रखकर प्रशासन से अनुमति लेकर ,उनके सारे आदेशों का पालन करते हुए मास्क फिजिकल डिस्टेंस इत्यादि का उपयोग करते हुए मात्र वर वधु के माता-पिता व पंडित की उपस्थिति में विवाह संपन्न हुआ इस प्रकार संघवी परिवार ने अपने पौत्र राज महेंद्र संघवी(ठाणे-आहोर )का विवाह सौ.कां, रूषाली गौतम बाफना( कोरा- भीनमाल -मुंबई )के साथ संपन्न करवा कर क्रांतिकारी कदम उठाया है ,जो निश्चित रूप से पूरे जैन समाज के लिए गौरवमयी एवं प्रेरणा का विषय है  विवाह के बाद वीडियो कॉलिंग के द्वारा दोनों पक्ष के संबंधी जनों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिए , संघवी ने बताया कि शादी में होने वाले अन्यत्र खर्च को दिहाड़ी मजदूर व गरीबों के लिए दोनों पक्ष मिलकर खर्च करेंगे।