PM मोदी लुटेरों के आखिरी बादशाह : टिकैत

आगरा |        कृषि बिलों की वापसी की मांग को लेकर गाजीपुर बॉर्डर समेत अन्य दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन जारी है इसी बीच महापंचायतों का दौर भी चल रहा है आपको बता दे कि बुधवार को भारतीय किसान यूनियन BKU के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आगरा के किरावली में महापंचायत को संबोधित किया और इस मौके पर राकेश टिकैत ने किसानों को उनकी जमीनें छिन जाने का डर दिखाया उन्होंने PM मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि ये लुटेरों के आखिरी बादशाह होंगे और यह महापंचायत किरावली में मौनी बाबा आश्रम स्थित मिनी स्टेडियम में बुलाई गई थी एवं यह भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राजकुमार चाहर का गृह क्षेत्र है बता दे कि महापंचायत में पहुंचने पर राकेश टिकैत का किसान नेताओं ने चांदी का मुकुट पहनाकर स्वागत किया और उनके मंच पर पहुंचते ही किसान नेताओं ने तिरंगा लहराया और जय जवान , जय किसान के नारे लगाए उन्होंने कहा कि आपको अपनी जमीन बचानी होगी          |

राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि लाल किले से कानून नहीं बना था , 26 जनवरी का क्या मतलब है ? यह खाप पंचायतों का क्षेत्र है चौधरी चरण सिंह का क्षेत्र है किसानों को उनकी उपज का उचित दाम नहीं मिल रहा है तारीख बढ़ने दो हम कहीं नहीं जा रहे हैं सरकार सोच रही है कि किसान बुआई के समय वापस चले जाएंगे , दिल्ली कूच की तारीख की घोषणा जल्द होगी , आप फसल काट लें और फिर ट्रैक्टर में तेल भरवाकर दिल्ली के लिए खड़ा कर लेना , पहले तीन लाख ट्रैक्टर दिल्ली के अंदर गए थे , इस बार ट्रैक्टरों की संख्या 40 लाख होगी और उन्होंने कहा कि जो दुकानदार शहर में रहता है वह 100 लोगों को उधार देता है लेकिन जो गांव में दुकानदार रहता है वह 50 लोगों को उधार देता है , ये लोग उनको भी मारेंगे यह आलू का क्षेत्र है , आज किसानों का आलू 8 रुपए में बिक रहा है किन्तु व्यापारियों का आलू 45 रुपए में बिक रहा है ये बड़ी कंपनियां इन्हें देश से प्यार नहीं है और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मंगलवार को चूरू के सरदार शहर में महापंचायत को संबोधित किया था , राजीव गांधी खेल स्टेडियम में किसान महापंचायत में टिकैट ने नया नारा दिया कि हल चलाने वाला अब हाथ नहीं जोड़ेगा और उन्होंने कहा था कि आने वाली बरसात में भी आंदोलन चलेगा और ये आंदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक ये तीनों कानून वापस नहीं होते एवं MSP पर कानून नहीं बनता और हमारी कमेटी से केंद्र सरकार बातचीत नहीं करती और उन्होंने किसानों से कहा कि आंदोलन को आप जिंदा रखिए        |

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