अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 30 करोड़ रुपए कीमत का चंदन पुलिस की गिरफ्त में

मुंबई  |  जहाँ मुंबई पुलिस का नाम पुरे देश में आज फिर मुंबई पुलिस ने साबित कर दिखाया है  मुबई पुलिस ने चंदन की लकडी की तस्करी के बडे कारोबार का भंडाफोड करते हुए 10 करोड की चंदन की लकडी बरामद की है जिसे अवैघ तरीके से मिसडिक्लेयर करते हुए कार्गो के जरिए दुबई के रास्ते चीन में सप्लाई किए जाने की तैयारी थी ।
छोटे छोटे कन्साईन्मेन्ट में कई गोदामों में छिपाकर रखी गई इस बेशकीमती लकडी को दुबई और चीन में बैठे डी-कम्पनी के सिंडिकेट से भारत से दुबई और चीन में पहुँचाकर इनकी सप्लाई के बडे कारोबार का भंडाफोड मुबई पुलिस ने किया है ,
पुलिस की कब्जे में मौजुद ये साढे अटठारह किलो वजन की ये वो बेशकीमती लकडी है जिसे अवैघ तरीके से मुबई से हवा के रास्ते दुबई से होते हुए चीन पहुँचाया जाना था,लेकिन इससे पहले ये कन्साईन्मेन्ट डी-कम्पनी के सिंडिकेट औऱ हवाला कारोबारियों औऱ एजेन्टों के मार्फत एयर कार्गों के जरिए दुबई और चीन पहुँचता उससे पहले ही पुरी खेप मुबई पुलिस के हत्थे चढ गई ।
एन्काउँटर स्पेशलिस्ट दया नायक को 28 फरवरी को अपने नेटवर्क के जरिए जानकारी हाथ लगी जिसमें पता चला कि अंबोली के वीरा देसाई रोड से एक मिनी टैम्पों सन्देहास्पद गतिविघी के चलते रोमिंग करते हुए एयरपोर्ट के कार्गो रुट की तरफ बढ रहा है जिसमें तस्करी का एक बडा कन्साईन्मेन्ट डी-कम्पनी के लिए सप्लाई करने की तैयारी हो चुकी थी |
सर्जिकल स्ट्राईक के बाद से हाई एलर्ट पर चल रही पुलिस की टीम लेकर रात के अंघेरे में एन्काउँटर स्पेशलिस्ट दया नायक ने छापेमारी करते हुए आखिरकार विरा देसाई रोड के पास शाम नगर के इलाके में इसी मिनी ट्रक को घरदबोचा छानबीन के दौरान इस मिनी टैम्पों में 500 किलो चंदन की लकडी बरामद हुई।जिसे अवैघ तरीके से मिसडिक्लेयर करते हुए कुछ कार्गो ऐजेन्ट के मार्फत एयर कार्गों के जरिए दुबई और फिर वहाँ से चीन भेजे जाने की तैय्यारी थी।जहाँ डी-कम्पनी के सिंडिकेट के जरिए इन्हे रिसिव किया जाना था। और दवाओं के बाजार में  इस बेशकीमती लकडी की सप्लाई की जानी थी।इसके अलावा चीन के कई म्युजिकल इन्स्ट्रुमेन्ट बनानेवाली कम्पनियों,खिलौने,फर्नीचर बनानेवाले अवैघ कारोबारियों तक इस लकडी की सप्लाई की जानी थी ।
आबोली पुलिस ने मामले में इस कारोबार के उन प्योजों को आखिरकार घरदबोचा जो इस मिनी टैम्पों की 500 किलो की चंदन की तस्करी करते हुए एयरकार्गो के रास्ते सप्लाई कर मुनाफा कमाने की तैयारी में थे , इजाज सय्यद,सुफियान इरफान शेख नाम के दो आरोपीयों की गिरफ्तारी के साथ ही इस डी-कम्पनी के इस कारोबार के कच्चे चिटठे खुलकर सामने आ गए ।
इजाज सय्यद सुफियान इरफान शेख डी-कम्पनी के कारोबार के महज वो प्याजे थे जो पैसा कमाने के लिए इस कारोबार से जुडे थे , पकडे गए इन दोनो आरोपियों की पुछताछ के दौरान आखिरकार पकडे गए 500 किलो चंदन की लकडी के उस कुबेर के खजाने का पता चला जहाँ पर एक गोदाम में इस लकडी को लाकर छिपाकर रखा गया था ।
और छोटे छोटे कन्साईन्मेन्ट के रुप में इन्हे सप्लाई किया जा रहा था,सुत्रों के मुताबिक चंदन की लकडी की खेप का कुछ हिस्सा पहले भी सप्लाई किए जाने के सुराग मिले हैं जिन्हे दुबई के रास्ते चीन में कई दवा के कारोबारियों तक पहुचाया गया था ,  2 मार्च को आखिरकार आबोली पुलिस की टीम ने कुर्ला के इस गोदाम पर छापा मारा जहाँ से 1345 किलो चंदन की लकडी की कार्गो पैकिंग कर सप्लाई किए जाने की तैय्यारी थी ।
सुत्रों के मुताबिक ये लकडी 4 महीने पहले इस गोदाम में लाई गई थी और बेहद संजीदा तरीके से और सावघानी के साथ इसे इन्टरनेशनल मार्केट में सप्लाई किए जाने की तैय्यारी थी , दोनो ही कार्यवाही में पुलिस ने कुल 1845 किलो चंदन की लकडी को जप्त किया है जिसकी भारतीय बाजार में किमत 10 करोड के करीब है जबकि अंतराष्ट्रीय तस्करी के बाजार में ये किमत 30 करोड के आसपास है ।
मामले की जाँच में जुटी पुलिस के मुताबिक शुरुआती जाँच में और मिले सुरागों में दुबई में मिडिएटर और इस लकडी की सप्लाई के लिए पैसों के लिए इस्तेमाल हुए हवाला रुट डी-कम्पनी के सिडिकेट की भुमिका साफ तौर पर उभरकर आई है।साथ ही ये लकडी आघ्र प्रदेश के चंदन तस्करों व्दारा कटाई कर सप्लाई करने के सुराग भी पुलिस को मिले हैं।जिसे साफ पता चलता है कि आघ्र प्रदेश के चंदन तस्करों ने  मुबई के सप्लायर के हवाला कारोबारी , कार्गो एजेन्ट , दुबई के सिडिकेट और चीन में इसकी डिंमांड रखनेवाले अवैघ कारोबारियों का एक पुरा नेक्सेस डी-कम्पनी के कान्टैक्ट से चल रहा था ।
पुलिस के मुताबिक संभवत ऐसे कई गोदाम मुबई और महाराष्ट्र में हो सकते हैं जहाँ डी-कम्पनी के इस नए कारोबार की लकडी बरामद हो सकती है ।